4.64 लाख राशनकार्ड धारकों को मुफ्त मिला अनाज
गरीबों के लिए आधार बनी पीएम गरीब कल्याण योजना
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१८ – कोरोना व लॉकडाउन काल के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना अंतर्गत गरीब लोगों को 5 किलो नि:शुल्क धान्य वितरित करने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित किया गया था. यह योजना 30 नवंबर तक कार्यरत थी और इस योजना अंतर्गत अमरावती जिले के 4 लाख 63 हजार 716 परिवारों को आठ माह के दौरान 1 लाख 18 हजार 298 मेट्रिक टन अनाज वितरित किया गया. चूंकि अब यह योजना बंद हो गयी है. अत: इस योजना के लाभार्थियों को नि:शुल्क अनाज नहीं मिलेगा, बल्कि वे पहले की तरह सरकारी राशन दूकानों से सस्ती दरों पर अनाज प्राप्त कर सकेंगे.
बता दें कि, कोरोना संक्रमण काल के दौरान लॉकडाउन लगाये जाने की वजह से कई लोगों का रोजगार चला गया और उनकी रोजी-रोटी का मसला खडा हो गया. ऐसे में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को शुरू किया. जिसमें कार्डधारकों को नि:शुल्क गेहू व चावल वितरित किया गया. इस योजना के चलते कोरोना काल के दौरान गरीब परिवारों को काफी आधार मिला. इस योजना की कालावधि नवंबर माह तक ही थी. ऐसे में अब कार्डधारकों को नि:शुल्क अनाज नहीं मिलेगा. लेकिन उन्हें पहले की तरह सस्ती दरों पर सरकारी राशन दुकानों से अनाज उपलब्ध कराया जायेगा. बता दें कि, अंत्योदय अन्न योजना, प्राधान्य कुटूंब सहित विविध लाभार्थी कार्डधारकों को नि:शुल्क अनाज का लाभ मिल रहा था, लेकिन अब मूल योजना के लाभार्थियों को ही इस सुविधा का लाभ मिलेगा और अन्य कार्डधारकों को पहले की तरह नियमित रूप से सस्ती दरों पर अनाज खरीदना होगा. ऐसे में कुछ लोगों के लिए काफी दिक्कत हो सकती है. क्योंकि अनलॉक के बाद भले ही जिले में कई उद्योग व व्यवसाय शुरू हो गये है, लेकिन विगत छह-सात माह तक जबर्दस्त नुकसान का सामना कर चुके उद्योजकों व व्यवसायियों ने वेतन कटौती व कामगार कटौती की नीति का अवलंब किया है. जिसकी वजह से इस समय रोजगार के साधन बेहद सीमित है. ऐसे में लॉकडाउन काल के दौरान भले ही हाथ में पैसा नहीं था, लेकिन लोगों के घरों में अनाज आ रहा था और उनके दो वक्त के भोजन की व्यवस्था हो रही थी. किंतु अब यह व्यवस्था भी बंद हो गयी है. जिसकी वजह से कई लोगोें में चिंता की लहर देखी जा रही है.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ अधिक से अधिक लाभार्थियों को प्राप्त हो, इस हेतु तमाम प्रयास किये गये. तथा एक भी लाभार्थी इस योजना से वंचित न रहे. ऐसे निर्देश राशन दुकानदारों को दिये गये है. नवंबर माह के अंत में यह योजना खत्म हो गयी है. साथ ही इसे लेकर फिलहाल कोई नये आदेश प्राप्त नहीं हुए है.
– अनिल टाकसाले
जिला आपूर्ति अधिकारी