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करीब ढाई करोड रूपयों का नुकसान होने का अनुमान
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आग बुझाने हेतु लगे 90 दमकल वाहन
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बिजली के घटते-बढते वोल्टेज की वजह से आग लगने का अंदेशा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – विगत दो दिन पूर्व शनिवार की आधी रात अमरावती एमआयडीसी के प्लॉट नंबर सी-8 में स्थित नैशनल केमिकल फैक्टरी नामक कारखाने में आग लग गयी थी. इस आग की भीषणता और भयावहता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि, आग को बुझाने में 90 दमकल वाहन लगे. वहीं आग पर काबू पाने में 41 घंटों का समय लगा. इस दौरान नैशनल केमिकल फैक्टरी में रखा पूरा साजो-सामान पूरी तरह से जलकर खाक हो गया. जिसमें इस कारखाने का करीब सवा दो से ढाई करोड रूपयों का नुकसान होने का प्राथमिक अनुमान है.
पता चला है कि, विगत तीन-चार दिनों से एमआयडीसी परिसर में बिजली की आपूर्ति में लगातार वोल्टेज कम-अधिक होने की शिकायत चल रही थी और शनिवार की दोपहर नैशनल केमिकल के बगल में स्थित एक अन्य कारखाने में लगातार घटते-बढते विद्युत दाब की वजह से सात-आठ लाईट व चार-पांच पंखे जल गये थे और एमआयडीसी परिसर में लगी डीपी में भी कई बार स्पार्क हुआ था. इस बात की शिकायत कई उद्योजकों द्वारा एमआयडीसी कार्यालय सहित इस परिसर के महावितरण शाखा अभियंता कार्यालय से की गई थी. किंतु बावजूद इसके इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. ऐसे में माना जा रहा है कि, संभवत: विद्युत के दबाव के लगातार घटते-बढते रहने की वजह से ही नैशनल केमिकल फैक्टरी में भी शॉर्टसर्किट हुआ. जिसकी वजह से वहां पर आग लग गयी.
इस अग्निकांड की जानकारी मिलते ही मनपा का दमकल दस्ता तुरंत हरकत में आया और आग बुझाने का काम शुरू किया गया. साथ ही अन्य पालिका क्षेत्रों से भी दमकल वाहन और दमकल कर्मचारी बुलाये गये. चूंकि यह एक केमिकल फैक्टरी है. अत: यहां आग बुझाने हेतु पानी की बजाय बडे पैमाने पर फोम का प्रयोग करना पडा. सबसे खास बात यह थी कि, नैशनल केमिकल फैक्टरी के ठीक बगल में श्री वल्लभ गैसेस का कारखाना है. जहां से पूरे जिले एवं संभाग को ऑक्सिजन की आपूर्ति होती है. ऐसे में इस आग को श्री वल्लभ गैसेस की ओर बढने से रोकना सबसे बडी चुनौती थी. ऐसे में मामले की गंभीरता को समझते हुए मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे शनिवार की सुबह 6.30 बजे ही यहां पहुंच गये और पूरा समय यहां डटे रहकर उन्होंने आग बुझाने हेतु आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये. साथ ही साथ जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, जिलाधीश पवनीत कौर, महापौर चेतन गावंडे तथा मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने हालात का जायजा लिया. शनिवार एवं रविवार को पूरा दिन आग बुझाये जाने का प्रयास करने के बाद रविवार की दोपहर तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया था. किंतु अपरान्ह 4 बजे के आसपास मलबे के नीचे दबी चिंगारी ने एक बार फिर जोर पकडा. जिसकी वजह से दुबारा आग की लपटे उठने लगी और दमकल विभाग ने एक बार फिर यहां पर दो दमकल वाहनों के जरिये पानी का फव्वारा मारते हुए आग को बुझाया. ऐसे में रविवार की शाम 7 बजे के आसपास यह आग पूरी तरह से बूझ पायी. जिसके बाद दमकल विभाग के वाहन और कर्मचारी यहां से वापिस लौटे. किंतु तब तक इस कारखाने का करीब सवा दो से ढाई करोड रूपयों का नुकसान हो चुका था. आग पर काबू पाने के साथ ही अब अग्निशमन विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा आग लगने की वजहों को लेकर जांच की जा रही है.