अमरावतीमुख्य समाचार

एक साल में ‘क्षितीज’ को अदा हुए 5.90 करोड

6.73 करोड के देयक हुए थे पेश

अमरावती/प्रतिनिधि दि.14 – मनपा में रिक्त रहनेवाले विभिन्न पदों पर ठेका पध्दति के कर्मचारियों की नियुक्ति करने का जिम्मा रहनेवाली ‘बेरोजगारांची क्षितीज नागरी सेवा’ नामक एजन्सी को मनपा प्रशासन द्वारा विगत एक वर्ष के दौरान 5 करोड 90 लाख 52 हजार 572 रूपये के देयक अदा किये गये है. हालांकि इस दौरान ‘क्षितीज’ संस्था द्वारा मनपा प्रशासन को 6 करोड 73 लाख 19 हजार 787 रूपये के बिल पेश किये गये थे. पश्चात 11 लाख 81 हजार 49 रूपये के आयकर की कटौती करते हुए मनपा प्रशासन द्वारा ‘क्षितीज’ को 5 करोड 90 लाख 52 हजार 572 रूपये अदा किये गये है.
बता दें कि, महानगरपालिका की आस्थापना में प्रतिमाह कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति होने के चलते इस समय करीब 300 से अधिक पद रिक्त है. जिसकी वजह से मनपा के कामकाज पर असर पडा लाजमी है. ऐसे में मनपा प्रशासन द्वारा गत वर्ष ‘क्षितीज’ नामक संस्था को ‘आउट सोर्सिंग’ का ठेका दिया गया था और ‘क्षितीज’ संस्था द्वारा उपलब्ध कराये गये कुशल व अकुशल कर्मचारियों को ठेका पध्दति के तहत विभिन्न पदों पर नियुक्त किया गया था. जिनका वेतन मनपा द्वारा इस संस्था के जरिये किया गया और संस्था की ओर से जितने कर्मचारी नियुक्त किये गये, उन कर्मचारियों को संस्था की ओर से अदा किये गये वेतन के देयक की जांच पडताल करते हुए मनपा द्वारा संस्था को भुगतान किया गया. जिसके तहत बीते एक वर्ष के दौरान मनपा की ओर से ‘क्षितीज’ संस्था को 5 करोड 90 लाख 52 हजार 572 रूपये अदा किये गये. जिसमें से 11 लाख 81 हजार 49 रूपये का आयकर पहले ही काट लिया गया था.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत जून 2020 से मई 2021 के दौरान ठेका पध्दति पर नियुक्त कर्मचारियों पर मनपा प्रशासन द्वारा 5.90 करोड की राशि खर्च की गई, जबकि इस दौरान कोविड संक्रमण काल के चलते मनपा में स्वास्थ्य महकमे को छोडकर अन्य सभी महकमों में कामकाज लगभग पूरी तरह से बंद था. ऐसे में कहा जा सकता है कि, मनपा प्रशासन द्वारा ठेका पध्दति पर नियुक्त कर्मचारियों को घर पर बैठने की ऐवज में करीब 6 करोड रूपये अदा किये गये. वहीं दूसरी ओर मनपा प्रशासन के एक वरिष्ठ प्रशासनिक सूत्र द्वारा बताया गया कि, ठेका पध्दति पर नियुक्त लगभग सभी कर्मचारियों को मनपा प्रशासन द्वारा कोविड संबंधी कामों की ड्यूटी में तैनात किया गया था और उनसे बाकायदा काम कराने के बाद उन्हें काम की ऐवज में वेतन अदा किया गया.

Related Articles

Back to top button