बच्चू के 5 हत्यारे हिंगणघाट से गिरफ्तार, गंगू मोरे फरार
58 घाव मारकर लाश को कोंडेश्वर के जंगल में जलाने का प्रयास किया
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इतनी निर्ममता से मारने का कारण मात्र अज्ञात
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 31 – शराब की पार्टी करने का कारण बताकर यहां के बेलपुरा परिसर में रहने वाले बच्चू किसन वानखडे नामक 22 वर्षीय युवक को एक्सप्रेस हाईवे के पास के जंगल में ले जाकर उसके के मित्रों ने उसकी निर्मम हत्या की. बच्चू को चाकू के 58 घाव मारकर उसे मौत के घाट उतारने के बाद उसकी लाश पर पेट्रोल छिडककर जलाने का प्रयास किया गया. अपराध जगत में एक दूसरे पर हावी होने के चलते यह निर्मम हत्याकांड घटीत होने की घटना कल रविवार की दोपहर के समय निदर्शन में आयी. इस मामले में बडनेरा पुलिस ने महादेव हिरालाल वानखडे (69) की शिकायत पर नितेश नारायण पिवाल (26, कल्याण नगर), उसके साथी आकाश दिलीप मोरे (26, रवि नगर, आदिवासी होस्टेल के पास, अमरावती) तथा करण कैलास इटोरिया (21, राजापेठ) और प्रशांत उर्फ सोनू लक्ष्मण चावरे (21, बेलपुरा) को कल देर रात वर्धा जिले के हिंगणघाट से गिरफ्तार किया. हालांकि बच्चू वानखडे की इतनी निर्ममता से हत्या क्यों की गई, इसका कारण पता नहीं चल पाया है.
जानकारी के अनुसार रोहन उर्फ बच्चू किसन वानखडे यह राजापेठ में डॉ.मशानकर अस्पताल के सामने रेलवे लाइन झोपडपट्टी में रहता है. शनिवार की शाम बच्चू के घर आकाश उर्फ गंगू मोरे और नितेश पिवाल उसके दोनों मित्र के साथ आये थे. वे बच्चू को घर से मटन पार्टी के लिए अपने साथ ले गए. बच्चू रात 10 बजे तक घर पर लौट न आने से उसकी मां ने उसके मित्रों को फोन किया तब उसे बताया गया कि बच्चू यह उसके मित्र गंगू के साथ गया है. बच्चू की जान को धोखा रहने की बात पता चलते ही बच्चू की मां ने उसी रात राजापेठ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. बच्चू को उसके की कुछ मित्र घर से ले गए, ऐसा उसने पुलिस को बताया. पुलिस ने इस बाबत की नोंद लेकर उसकी तलाश शुरु की तथा बच्चू के मित्रों ने भी उसे तलाशना शुरु किया, लेकिन उसका कही पर भी पता नहीं चला. इसी बीच एक्सप्रेस हाईवे को लेकर एक लाश पडी रहने की जानकारी रविवार को दोपहर बडनेरा पुलिस को किसी व्यक्ति ने दी. पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर लाश का मुआयना किया. उसके शरीर पर हथियार के असंख्य घाव दिखाई दिये तथा उसका चेहरा और शरीर का कुछ हिस्सा जला हुआ पाया गया. इस कारण लाश की शिनाख्त करना पुलिस ने शुरु किया. राजापेठ पुलिस एक युवक की तलाश कर रही है, इस तरह की जानकारी बडनेरा पुलिस को मिलने से उन्होंने यह खबर राजापेठ पुलिस को दी. राजापेठ पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर संबंधित लाश बच्चू वानखडे का होने का संदेह जताया. बच्चू के परिजनों को लाश की पहचान करवाई गई. इस मामले में बडनेरा पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया. हत्याकांड उजागर होने के बाद जैसे ही चित्र स्पष्ट हुआ, क्राईम ब्रांच पुलिस का दल आरोपियों की तलाश में जुट गया था. इसी दौरान पुलिस को पता चला की आकाश मोरे, करण इटोरिया, प्रशांत चावरे, रोहित मांडले व नितेश पिवाल यह पांचों वर्धा जिले के हिंगणघाट की ओर भागे है तब पुलिस ने हिंगणघाट पहुंचकर पांचों आरोपियों को हिरासत में लिया है.
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बचपन से दोस्ती की गंगू मोरे व बच्चू की
गंगू मोरे व बच्चू वानखडे यह बचपन से ही एक दूसरे के मित्र थे और दोनों भी अपराध जगत में हमेशा चर्चा में रहते थे. इससे पहले गंगू मोरे को गोंदिया पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में कुछ महिने पहले गिरफ्तार किया था. इसी दौरान राजापेठ पुलिस ने बच्चू के खिलाफ तडीपारी की कार्रवाई की थी. 8 महिने पहले गंगू गोंदिया जेल से छुटने के बाद उसने गांजे के पैसे से बच्चू की तडीपारी रद्द करवाने के लिए पैसा खर्च किया और बच्चू वानखडे की तडीपारी का आदेश भी रद्द करवाकर लाया था. यह रकम पिछले कुछ दिनों से गंगू बच्चू को मांग रहा था. जबकि बच्चू उसे पैसे देने टालमटोल कर रहा था. इसी बीच दोनों की मित्रता दुश्मनी में बदल गई थी और बच्चू की हत्या की गई, ऐसा कहा जा रहा है.
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उभरते अपराधियों के बीच चल रही गैेंगवार
जानकारी के अनुसार शहर का अपराध जगत में पिछले कुछ वर्षों से दो गैंग का वर्चस्व चल रहा है. एक गैंग गाडगे नगर थाना क्षेत्र के तहत प्रवीण नगर परिसर में रहने वाला अपराधी चला रहा है. जबकि दूसरी गैंग का बॉस रुख्मिणी नगर परिसर में रहता है. इन दोनों के गैंग के बीच हमेशा वर्चस्व की लडाई चल रही है. विशेष यह कि इस दोनों गैंग के सदस्य 18 से 25 वर्ष आयु गुट के उभरते अपराधी है. परसो रात कोंडेश्वर के जंगल में जिस बच्चू वानखडे की हत्या की गई वह करण डेंडवाल के साथ राजापेठ थाना क्षेत्र से तडीपार था. यह दोनों शहर के रुख्मिणी नगर परिसर से चलाई जाने वाले गैेंग के सदस्य है. वहीं जिन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया वह प्रवीण नगर की गैेंग के सदस्य है. जानकारी के अनुसार कुछ माह पहले ही तिवसा गांव में रेत तस्करी के विवाद पर अजय दलाल नामक व्यक्ति की हत्या की गई थी. उस हत्या के मामले में यह प्रवीण नगर की गैंग का यह प्रमुख गिरफ्तार हुआ था. तभी से इन दोनों के गिरोह में आपसी टस चल रही थी. खबर यह है कि लगभग 15 दिन पहले यह गिरोह प्रमुख तिवसा में घटीत हत्याकांड के मामले में जमानत पर छूट गया था और जमानत पर छूटने के बाद परसो बच्चू वानखडे को मौत के घाट उतारा गया. जिससे शहर में अब उभरते अपराधियों के बीच पनप रही गैंगवार किसी भी समय गंभीर मोड ले सकती है, इस आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता.
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आकाश मोरे के खेत में ही बजाया बच्चू का ‘गेम’
आरोपियों को 4 दिन का पीसीआर
अपराध जगत में बच्चू वानखडे यह काफी आगे जा रहा था और उसकी ही तडीपारी रद्द करने के लिए मित्र गंगू उर्फ आकाश मोरे ने जो पैसे खर्च किये थे वह पैसे गंगू उसे मांग रहा था, लेकिन बच्चू उसे पैसे न देते हुए उल्टा उसके साथ विवाद करता था. जिससे शनिवार को दोपहर के समय ही बच्चू का ‘गेम’ करने की योजना उसके मित्रों ने बनाई. शाम के समय गंगू मोरे ही बच्चू को शराब पीने के लिए उसके घर से उठाकर ले गया था. हत्याकांड का मुख्य आरोपी गंगू उर्फ आकाश मोरे है. वह बच्चू को अपनी दुपहिया पर बिठाकर वडद में ले गया. इस वडद गांव में गंगू का प्लॉट है. इसी प्लॉट पर सभी ने अमरावती से ही शराब साथ में रखी थी. आकाश के प्लॉट पर शराब पीते समय उनमें विवाद छिड गया और पांचों आरोपियों ने मिलकर बच्चू पर चाकू से लगभग 58 वार किये. उसे इतनी निर्ममता से मारा कि उसके पेट में चाकू से छेद किया गया, चेहरा और सर के बाल चाकू से छिल दिये. उसके बाद उसके शरीर पर पेट्रोल छिडककर उसे जला दिया. रात लगभग 9.30 बजे के दौरान हमलावरों ने बच्चू का ‘गेम’ किया और वहीं से हिंगणघाट की ओर भाग गए. वहां देर रात पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर अमरावती लाया. आज आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया. न्यायालय ने उनका चार दिन का पीसीआर सुनाया. पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, जिस वाहन पर बैठकर हत्यारे बच्चू को वडद के जंगल में ले गए थे वह वाहन, हत्या के समय पहने हुए कपडे आदि जप्त करने के लिए उनके पीसीआर की मांग की.