मुंबई/दि.2- मंत्री पद की प्रतीक्षा और 50 खोके के आरोप को लेकर विगत कुछ दिनों से पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू की नाराजगी जगजाहीर है. विधायक रवि राणा के साथ हुआ उनका विवाद तो अभी बेहद ताजा है. ऐसे में विधायक बच्चु कडू की नाराजगी को दूर करने के लिए अब शिंदे-फडणवीस सरकार की ओर से बच्चु कडू को 500 करोड रूपये की ‘ऑफर’ दिये जाने की चर्चा चल रही है.
बता दें कि, विधायक बच्चु कडू के अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र में सापन प्रकल्प का काम चल रहा है. इस प्रकल्प के लिए राज्य सरकार द्वारा 495.29 करोड रूपये की निधी को आज होनेवाली मंत्रिमंडल की बैठक में मान्यता दी जा सकती है, ताकि शिंदे गुट समर्थक विधायक बच्चु कडू की नाराजगी को दूर किया जा सके. लेकिन राज्य सरकार का यह पैंतरा कहां तक कारगर साबित हो पायेगा, यह कहना फिलहाल मुश्किल है.
ज्ञात रहे कि, विगत कुछ दिनों से राज्य के शेष मंत्रिमंडल का विस्तार प्रलंबीत रहने और बार-बार 50 खोके को लेकर आरोप लगने के चलते विधायक बच्चु कडू काफी नाराज चल रहे है और उन्होंने अपनी नाराजगी को सार्वजनिक तौर पर भी दर्शाया था. वहीं इसके बाद विधायक रवि राणा द्वारा उन पर गुवाहाटी जाने के लिए 50 खोके लेने को लेकर आरोप लगाया गया था. जिसके चलते दोनों विधायकों के बीच चार-पांच दिनोें तक जमकर जुबानी जंग चली. पश्चात राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसमें हस्तक्षेप करते हुए दोनों विधायकों को समझा-बुझाकर शांत किया. साथ ही खुद डेप्युटी सीएम देवेेंद्र फडणवीस ने यह बात स्पष्ट तौर पर कही कि, उनके कहने पर ही तत्कालीन राज्यमंत्री बच्चु कडू अपना मंत्री पद छोडकर शिंदे गुट का समर्थन करने हेतु गुवाहाटी गये थे. पूरा मामला निपट जाने के बाद कल विधायक बच्चु कडू ने अमरावती में प्रहार कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यद्यपि विधायक राणा के साथ अपनी अदावत खत्म हो जाने का ऐलान किया, लेकिन इशारों ही इशारों में यह भी जताया कि, उनमें अब भी कुछ नाराजगी और खुन्नस बची हुई है. ऐसे में विधायक बच्चु कडू की नाराजगी को दूर करने हेतु राज्य सरकार द्वारा उनके निर्वाचन क्षेत्र में बनने जा रहे सापन प्रकल्प के लिए 500 करोड रूपये की निधी को मान्यता देने पर विचार किया जा रहा है.