* कुछ अधिकारी केवल मौखिक आदेश पर ओएसडी
नागपुर/दि.3 – शिंदे-फडणवीस सरकार के सत्तासीन होने से पहले महाविकास आघाडी सरकार के दौर में प्रशासन में विविध पदों पर काम कर रहे लगभग 500 अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों से दूर कर दिया गया. मगर नई नियुक्तियां नहीं दी गई. जिससे पिछले 5 माह से यह अधिकारी नई जिम्मेदारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. दूसरे शब्दों में कहें, तो अधिकारी घर बैंठे है और उनकी तनख्वाह शुरु है.
* मंत्रालय में 150
गत 1 जुलाई से अनेक अधिकारी घर बैंठे है. केवल मंत्रालय में ही ऐसे अफसरान की तादाद 150 के करीब होने की जानकारी भरोसेमंद सूत्रों ने दी है. नई नियुक्ति नहीं होने से अधिकारी कार्यालय में नहीं जाते है, उन्हें उपस्थिति दर्ज कराना बंधनकारक नहीं है. जिससे वे फिलहाल घरों में है. उनके वेतन नियम से हर माह जारी हो रहे है. खातों में बराबर जमा हो रहे है.
* यह अफसर कर रहे इंतजार
नियुक्ति की राह ताकने वाले अधिकारियों में विविध विभागों के अफसर है. जिसमें मंत्रालय के अलावा जिला परिषद, शहरी विकास, कृषि, जीएसटी, राजस्व और उद्योग महकमा शामिल है. इतना ही नहीं, तो इनमें मंत्रालय के सहायक सचिव, उपसचिव, अवर सचिव, कक्ष अधिकारी, सहायक कक्ष अधिकारी, क्लर्क, राजस्व में अतिरिक्त जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी का समावेश है.
* ओएसडी बने, सिर्फ घूम रहे
मंत्रियों के कार्यालय में फिलहाल अनेक अधिकारी ओएसडी के रुप में कार्य कर रहे है. जबकि कुछ अधिकारियों को अब तक अधिकृत रुप से अपॉईंट नहीं किया गया है. केवल मौखिक आदेश से यह अधिकारी मंत्री आस्थापना पर काम करने का जानकारी मिल रही है. राज्य में अनेक पद रिक्त होने पर भी अधिकारियों को 5-5 माह तक नियुक्ति की राह ताकनी पड रही है. यह प्रगतिशील महाराष्ट्र के लिए क्या शोभनीय है?
* 2-3 दिनों में पत्राचार
राज्य राजपत्रित अधिकारी महासंघ के मुख्य सलाहकार जी. डी. कुलथे ने कहा कि, सैकडों अधिकारी पिछले 5 माह से नई जिम्मेदारी का इंतजार कर रहे हैं. यह बात सच है. हम भी इसकी जानकारी एकत्र कर रहे है. अगले 2-3 दिनों में इस बारे में राज्य सरकार से पत्र व्यवहार करेंगे.