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सभी प्रतिष्ठान खुलने से बाजारों में दिखी रौनक
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सभी सडकों पर दिखी नागरिकों की जमकर आवाजाही
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जगह-जगह पुलिस का रहा कडा बंदोबस्त और बैरिकेटिंग
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बाजार क्षेत्रों में केवल दुपहिया वाहनों को ही आने-जाने की अनुमति रही
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भीडभाड और ट्राफिक जाम टालने उठाये गये सभी कदम
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बिना मास्क पहने लोगोें के खिलाफ की गई दंडात्मक कार्रवाई
अमरावती/प्रतिनिधि दि.1 – विगत माह 5 अप्रैल को राज्य सरकार द्वारा लागू किये गये संचारबंदी व लॉकडाउन को यद्यपि आगामी 15 जून तक आगे बढाया गया है. किंतु इसके साथ ही इस लॉकडाउन व संचारबंदी में कई तरह की छूट देते हुए 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया भी शुरू की गई है. जिसके तहत 1 जून से अमरावती शहर सहित जिले की सभी दुकानों को रोजाना सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक खुलने की अनुमति दी गई है. ऐसे में विगत 56 दिनों से लगातार बंद पडे व्यापारिक प्रतिष्ठान मंगलवार 1 जून की सुबह 7 बजे खुले. इसके साथ ही संचारबंदी में छूट रहने की वजह से आम नागरिकों की भी अपनी जरूरत का सामान खरीदने हेतु शहर की सडकों पर अच्छीखासी भीड दिखाई दी. ऐसे में करीब दो माह से लगभग सन्नाटे के साये में चल रहा शहर मंगलवार 1 जून को एक बार फिर काफी हद तक पहले की तरह गुलजार दिखाई और बाजारों में पहले की तरह ही रौनक दिखाई दी.
बता दें कि, फरवरी माह के दौरान कोविड संक्रमण की लगातार भयावह होती स्थिति के चलते जहां अमरावती जिला प्रशासन ने इससे पहले 22 फरवरी से 6 मार्च तक अमरावती जिले में कडा लॉकडाउन लगाया था. वहीं राज्य में कोविड संक्रमण की स्थिति अनियंत्रित होती देख राज्य सरकार ने 5 अप्रैल से समूचे राज्य में संचारबंदी लागू करने की घोषणा की थी. 14 अप्रैल तक लागू की गई इस संचारबंदी को कालांतर में 30 अप्रैल, 15 मई व 31 मई तक आगे बढाया गया. साथ ही अब इस संचारबंदी को 15 जून तक लागू किया गया है. इस दौरान अमरावती शहर सहित जिले में कोविड संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर निर्णय लेते हुए संचारबंदी के साथ-साथ 22 मई तक जिले में कडा लॉकडाउन भी लागू किया गया था. जिसके तहत इस दौरान केवल जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को ही खुलने की अनुमति दी गई थी और बेहद कडे प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किये गये थे. ऐसे में विगत 56 दिनों से जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों के अलावा अन्य सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद थे. साथ ही जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानों को भी रोजाना सुबह 7 से 11 बजे तक केवल 4 घंटे ही खुले रहने की अनुमति दी गई थी. ऐसे में शेष समय शहर के सभी व्यापारिक क्षेत्रों सहित सडकों पर सन्नाटा पसरा दिखाई देता था.
इन दो माह के दौरान अमरावती शहर सहित जिले में कोविड संक्रमण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ गयी और संक्रमितों की संख्या घटने के साथ ही पॉजीटिविटी रेट में भी कमी आयी. जिसके मद्देनजर जारी संचारबंदी के दौरान जिलाधीश शैलेश नवाल ने अनलॉक की प्रक्रिया को शुरू करते हुए संचारबंदी में कई तरह की छूट और शिथिलता दी. जिसके तहत अब जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकाने रोजाना सुबह 7 से 2 बजे तक खुली रह सकेगी. इसके अलावा अन्य सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान सोमवार से शुक्रवार तक रोजाना सुबह 7 से 2 बजे तक खुले रहेंगे और शनिवार व रविवार को इन व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रहना होगा. बीती शाम यह अधिसूचना जारी होने के बाद मंगलवार 1 जून की सुबह 7 बजे शहर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान खुल गये और सभी बाजार क्षेत्र खुल जाने की वजह से शहर के बाजारों में और सडकों पर अच्छीखासी रौनक दिखाई दी.
लॉकडाउन में छूट देने के साथ ही प्रशासन द्वारा प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करवाने हेतु तमाम ऐहतियाती कदम भी उठाये गये थे. जिसके तहत शहर के सभी प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों के मुख्य मार्गों पर कडा पुलिस बंदोबस्त लगाते हुए बैरिकेटिंग की गई थी और प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में केवल दुपहिया वाहनों को ही जाने की अनुमति दी जा रही थी, ताकि वहां पर तिपहिया व चारपहिया वाहनों की वजह से अनावश्यक भीडभाड न हो. इसके साथ ही संचारबंदी में छूट के दौरान बिना मास्क लगाये घुमनेवाले तथा सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन नहीं करनेवाले लोगों के खिलाफ पुलिस एवं मनपा पथक द्वारा दंडात्मक कार्रवाई भी की जा रही थी.
कुल मिलाकर 5 अप्रैल के बाद करीब 56 दिन पश्चात संचारबंदी में मिली छूट की वजह से शहर एक बार फिर पहले की तरह खुली सांस लेता नजर आया और शहर की सडकों पर दिखाई दे रहे लोगों के चेहरों पर लंबी कैद के बाद आजाद होने का भाव दिखाई दिया.
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अब भी सावधानी व सतर्कता बेहद जरूरी
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत 56 दिनों से लगातार चले आ रहे संचारबंदी व लॉकडाउन की वजह से लोगोें का एक-दूसरे के साथ संपर्क काफी हद तक कम हो गया था. इस वजह से कोविड संक्रमण की चेन को तोडने में प्रशासन काफी हद तक सफल रहा और अब संक्रमितों की संख्या घटने के साथ-साथ पॉजीटिविटी रेट में भी कमी आयी है. जिसके मद्देनजर प्रशासन द्वारा लॉकडाउन व संचारबंदी में छूट दी गई है. ऐसे में अब आम नागरिकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि, वे इस छूट के दौरान भी कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का बेहद कडाईपूर्वक पालन करेें और संक्रमण के खतरे को लेकर बिल्कुल भी लापरवाह न हो. अन्यथा एक बार फिर कोविड संक्रमण का प्रभाव व प्रसार बढने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता. ऐसे में संभावित खतरे को देखते हुए यह बेहद जरूरी है कि, सभी नागरिकों द्वारा पहले की तरह पूरी सतर्कता और सावधानी बरती जाये, ताकि प्रशासन व सरकार को दुबारा लॉकडाउन लगाने की नौबत न आये.