जिले के 56 हजार कामगार आर्थिक मदत की प्रतीक्षा में
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन से पहले की थी 1500 रुपए मदत की घोषणा
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 23 – कोरोना महामारी के बढते संक्रमण को देखते हुए कोरोना की चेन तोडने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने 14 अप्रैल की रात 8 बजे से राज्य में 1 मई तक कडे निर्बंध घोषित किये थे. यह निर्बंध घोषित करने के एक दिन पहले मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने फेसबुक लाईव्ह पर जनता को संबोधित करते हुए राज्य के कामगार, ऑटो चालक, खेत मजदूर और गरीबों को राहत देने आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी. राज्य सरकार ने यह घोषणा तो की है, लेकिन अभी तक आर्थिक मदत किसी भी लाभार्थी के बैंक खाते में जमा नहीं हुई है. लाभार्थी अपने खाते में शासकीय मदत जमा हुई है या नहीं, यह जानने के लिए बैंकों के चक्कर काटते नजर आते है.
मुख्यमंत्री ने आर्थिक पैकेज की घोषणा करते समय असंगठीत बांधकाम कामगारों को 1500 रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की थी. अमरावती जिले का विचार करे तो जिले में पंजीकृत बांधकाम कामगारों की संख्या 56 हजार बताई गई है. अमरावती के कामगार आयुक्त राहुल काले ने ‘दैनिक अमरावती मंडल’ को बताया कि सरकार की ओर से अभी तक इस दिशा में कोई आदेश निर्गमित नहीं हुए है. क्योंकि इन मजदूरों के बैंक खातों में पैसे उनका कार्यालय नहीं बल्कि सीधे मुंबई से डाले जाएंगे क्योंकि पंजीकृत 56 हजार मजदूरों का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन है. इस कारण कामगार मंत्रालय की ओर से यानी वरिष्ठ स्तर से ही इन कामगारों को आर्थिक लाभ पहुंचाया जा सकता है. इस कारण फिलहाल तो भी अमरावती जिले के 56 हजार बांधकाम कामगार आज भी मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे व्दारा घोषित 1500 रुपयों की आर्थिक मदत की प्रतीक्षा में है.
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आरटीओ से मांगी परमिटधारी ऑटो चालकों की जानकारी
इसी बीच अमरावती के सहायक उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी देशमुख ने ‘अमरावती मंडल’ को बताया कि हाल ही में उन्हें राज्य सरकार की ओर से एक पत्र प्राप्त हुआ है. जिसमें सरकार ने परमिटधारी ऑटो चालकों की संख्या जिला निहाय मांगी हेै. अमरावती जिले में वैद्य परमिट रहने वाले ऑटो रिक्षा की संख्या 5 हजार 813 और निजी संवर्ग के ऑटो की संख्या 1 हजार 868 है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने लॉकडाउन की घोषणा करते समय परमिटधारी ऑटो चालकों के खातों में 1500 रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की थी. यह काम फिलहाल शासकीय प्रोसेस में दिखाई दे रहा है. देर से ही सही लेकिन ऑटो चालकों को आर्थिक मदत मिलने की संभावना बढ चुकी है.
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सरकार ने ऑटो चालकों की जानकारी मांगी
अमरावती के उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी देशमुख ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से परवानाधारक ऑटो रिक्षा चालकों की जानकारी मांगी गई है और अमरावती कार्यालय में सभी जानकारी मुंबई भेज दी है, इस कारण ऑटो चालकों को जल्द ही मदत मिलेगी.