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92 दिनों में 58,855 संक्रमित व 851 की मौत

  •  15 फरवरी के बाद से संक्रमण की स्थिति हुई अधिक भयावह

  •  अमरावती मनपा क्षेत्र व ग्रामीण इलाकों में कहर ढा रहा कोरोना

अमरावती/प्रतिनिधि दि.19 –  विगत 15 फरवरी तक अमरावती शहर सहित जिले में कुल 25 हजार 443 व्यक्ति कोविड संक्रमित पाये जा चुके थे. जिनमें से 439 संक्रमितों की मौत हुई थी, वहीं गत रोज 18 मई को संक्रमितों की संख्या 84 हजार 598 पर जा पहुंची और अब कोविड संक्रमण की वजह से मरनेवालों का आंकडा 1 हजार 290 हो गया है. यानी 15 फरवरी से 18 मई तक 92 दिनों के दौरान अमरावती जिले में 58 हजार 855 लोग कोविड संक्रमण की चपेट में आये है और इस दौरान 851 लोगों की इस संक्रमण की वजह से मौत हुई है.
इन 92 दिनों के दौरान अमरावती मनपा क्षेत्र में 30 हजार 575 नये संक्रमित मरीज पाये गये और 394 लोगोें की संक्रमण के चलते मौत हुई. वहीं इस दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 28 हजार 280 नये संक्रमित मरीज पाये गये और 457 लोगों की मौत हुई. वहीं इससे पहले 1 अप्रैल 2020 से 15 फरवरी 2021 तक साढे 9 महिने के दौरान अमरावती जिले में 25 हजार 473 लोग कोविड संक्रमण की चपेट में आये थे. जिनमें अमरावती मनपा क्षेत्र के 15 हजार 908 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 9 हजार 835 नागरिकों का समावेश था. साथ ही इस दौरान मनपा क्षेत्र के 223 व ग्रामीण क्षेत्र के 216 ऐसे कुल 439 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत हुई थी. ऐसे में कहा जा सकता है कि, 15 फरवरी से पहले अमरावती जिले में कोविड संक्रमण की रफ्तार अपेक्षाकृत तौर पर काफी कम थी. वहीं 15 फरवरी के बाद इस संक्रमण की रफ्तार में बेतहाशा वृध्दी हुई है. इन्हीं 92 दिनों के दौरान अन्य जिलों से वास्ता रखनेवाले 165 मरीजों की भी अमरावती के कोविड अस्पतालों में इलाज के दौरान मौत हुई.
गत रोज 18 मई को अमरावती जिले में लंबे समय बाद नये संक्रमित मरीजों की संख्या 1 हजार से कम रही और 798 मरीजों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आयी. जिनमें अमरावती मनपा क्षेत्र के 221 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 577 मरीजों का समावेश है. साथ ही गत रोज इलाज के दौरान अमरावती जिले से वास्ता रखनेवाले 20 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. जिनमें अमरावती मनपा क्षेत्र के 3 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 17 मरीजों का समावेश रहा. ऐसे में कहा जा सकता है कि, इन दिनों मनपा क्षेत्र की तुलना में अपेक्षाकृत तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमितों और संक्रमण की वजह से होनेवाली मौतों की संख्या काफी अधिक है. अत: ग्रामीण क्षेत्र में कोविड प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दिये जाने की जरूरत है.

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