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बेबुनियाद है 700 करोड घोटाले के आरोप

जिला मध्यवर्ती बैंक के पूर्व संचालकों को बदनाम करने का प्रयास

  •  पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख ने दी आरोप सिध्द करने की खुली चुनौती

अमरावती/प्रतिनिधि दि. 16 – अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बेैंक में 700 करोड का घोटाला होने का आरोप पिछले कुछ दिनों से किया जा रहा हेै. किंतु यह आरोप तथ्यहीन और बेबुनियाद है. आगामी चुनाव को ध्यान में रखकर विरोधियों ने पूर्व संचालकों को बदनाम करने का प्रयास चलाया है. इससे उल्टा इन 10 वर्ष में कभी नहीं उतना नफा बैंक को हमारे संचालक मंडल के कार्यकाल में हुआ है. जिन 700 करोड के संदर्भ में आरोप किये जा रहे है वह सभी पैसे बैंक के पास सुरक्षित है, इस 700 करोड पर 273 करोड 86 लाख रुपए का ब्याज बैंक के पास जमा हुआ है, इस तरह का दावा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख ने किया है. आज यहां पत्रकार परिषद में उन्होंने विरोधियों व्दारा किये गए सभी आरोप ठुकराये है.
पत्रकार परिषद में दावा किया गया है कि 700 करोड घोटाले का जो आरोप हो रहा है, उस 700 करोड व 273 करोड 86 लाख रुपए का ब्याज बैंक के पास जमा हुआ है. पूर्व संचालक मंडल ने निवेश संदर्भ में नीति तय की थी. उसके अनुसार अधिकारियों ने जो 700 करोड का निवेश किया था, उस निवेश पर ऑडिट भी किया गया. किंतु ऑडिट में किसी प्रकार का आब्जेक्शन न निकालते हुए तथा नाबार्ड का भी इसपर कोई आब्जेक्शन न रहते हुए विरोधियों ने अकारण पूर्व संचालक समेत बैंक की बदनामी करने का प्रयास चलाने से ऐेसे लोगों के खिलाफ हम कानूनी कार्रवाई करेेंगे, इस तरह का स्पष्टीकरण जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख ने दिया है.
उन्होंने कहा कि एक समय पूरी तरह से आर्थिक संकट के मार्ग पर रहने वाले जिला मध्यवर्ती बैंक पर 10 वर्ष पहले सहकार पैनल के नेतृत्व में बैंक का कामकाज हमारे संचालक मंडल ने हाथों में लिया और किसानों के हित के अनेक निर्णय लेते हुए बेैंक के निवेश 2200 करोड पर पहुंचाया. जिले के किसानों की सुविधा के लिए शुभमंगलम् योजना, गृहयोजना, सोना तारण कर्ज योजना तथा वेतन पर रहने वाले कर्मचारियों को गृहकर्ज, वाहन कर्ज, व्यक्तिगत कर्ज, शिक्षकों के लिए ओवर ड्राफ्ट, वाहन कर्ज आदि सुविधा देते हुए किसानों के साथ बैंक की भी आर्थिक रुप से प्रगति की है. यह हर वर्ष होने वाले ऑडिट में आया है. जिससे आज विदर्भ में अमरावती के सहकारी बैंक का नाम रोशन हुआ है. बैंक पर हमारे नेतृत्व में सत्ता स्थापित होने के बाद बैंक को अब तक 273 करोड 86 लाख रुपयों का लाभ ब्याज के रुप में हुआ है. इतना ही नहीं तो आज बैेंक का संपूर्ण व्यवहार यह संगणकीकृत हुआ है. इसके अलावा हमारे संचालक मंडल ने एटीएम सुविधा, आदिवासी क्षेत्र के लिए व दुर्गम क्षेत्र के किसानों के लिए मोबाइल वैन की सुविधा आदि अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किसान हित में लिये है. किंतु विरोधियों ने पिछले कुछ दिनों से बैंक विशेषकर पूर्व संचालकों को बदनाम करने का प्रयास शुरु किया है. जिन 700 करोड का घोटाला होने का आरोप विरोधी कर रहे है, वह पूरी तरह से तथ्यहीन है. हमारे कार्यकाल में बैंक ने वर्ष 2017 से 2021 इन 3 वर्ष में निप्पॉन म्युच्यूअल फंड में आरबीआई के नियम के अनुसार 700 करोड का निवेश किया था. इस निवेश के बदले बैंक ने 273 करोड 86 लाख का लाभ हुआ है, इस तरह का दावा पत्रकार परिषद में किया है. इस समय जिला मध्यवर्ती बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख, पूर्व विधायक विरेंद्र जगताप, प्रकाश कालबांडे, बालासाहब निमकर, दयाराम काले, बालासाहब अलोणे, अनंतराव साबले आदि उपस्थित थे.

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