अब भी ९४.३७ फीसदी भरा हुआ है अप्पर वर्धा बांध
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तीन दरवाजों से प्रति सेकंड ४८ क्यूसेक पानी छोडा जा रहा
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जिले के सभी बांधों में ८१.४७ फीसदी जलसंग्रह
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संभाग में जलसंग्रहण की स्थिति ७९.७४ फीसदी
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२२– विगत तीन-चार दिनों से भले ही मौसम काफी हद तक खुल गया है और बारिश अब लगभग रूक गयी है, लेकिन इसके बावजूद संभाग के सभी बांधों के जलसंग्रहण क्षेत्र में बीते सप्ताह हुई बारिश की वजह से पानी की जबर्दस्त आवक हो रही है और सभी बांधों में जलस्तर शानदार ढंग से बढा हुआ है.
इसके तहत अमरावती जिले के सबसे बडे प्रकल्प अप्पर वर्धा बांध में ९४.३७ फीसदी जलसंग्रहण हो चुका है और यहां के तीन दरवाजों को १० सेंटीमीटर तक खोलकर प्रति सेकंड ४८ घनमीटर पानी की निकासी की जा रही है. वहीं जिले के पांच मध्यम प्रकल्पों में औसत ६१.११ तथा ८४ लघु प्रकल्पों में ६९.०४ प्रतिशत जलसंग्रहण हो चुका है. जिसके चलते जिले के सभी छोटे-बडे व मध्यम बांधों में जलसंग्रहण का औसत प्रतिशत ८१.४७ फीसदी है. वहीं संभाग के ९ बडे प्रकल्पों में इस समय ८५.८६ फीसदी औसत जलसंग्रह है. जिसमें यवतमाल जिले का पूस प्रकल्प १०० फीसदी भर चुका है और यहां के सभी दरवाजोें को २४ सेंटीमीटर खोलकर प्रति सेकंड ५४.४६ घनमीटर पानी छोडा जा रहा है. वहीं यवतमाल के बेंबला प्रकल्प में ९०.०७ फीसदी जलसंग्रह हो जाने के चलते यहां के दो दरवाजों को ४० सेंटीमीटर तक खोलकर प्रति सेकंड ८० घनमीटर पानी छोडा जा रहा है. इसके अलावा बुलडाणा जिले के पेनटाकली प्रकल्प में ७७.५७ फीसदी जलसंग्रहण होने के चलते यहां के तीन दरवाजों को २५ सेंटीमीटर खोलकर प्रति सेकंड ६० घनमीटर तथा खडकपूर्णा प्रकल्प में ७८.७२ फीसदी जलसंग्रहण होने के चलते १९ दरवाजोें को ३० सेंटीमीटर खोलकर प्रतिसेकंड ६३८ घनमीटर पानी छोडा जा रहा है. इसके अलावा संभाग के २५ मध्यम प्रकल्पों में औसत ८०.६९ फीसदी जलसंग्रहण हो चुका है. जिसमें से यवतमाल जिले के अधरपूस, सायखेडा, वाघाडी, बोरगांव, नवरगांव, अकोला जिले के मोर्णा, घुंगशी बैरेज, अडाण, वाशिम जिले के मोनत, बुलडाणा जिले के पलढग, मस, कोराडी, मन, तोरणा व उतावली इन मध्यम प्रकल्पों से जलनिकासी शुरू की गई है. इसके अलावा संभाग के ४७७ लघु प्रकल्पों में इस समय औसतन ७१.७३ फीसदी जलसंग्रहण हो चुका है.