मुंबई दि.17– प्रदेश में बिजली उपभोक्ता बिल भरने की बारी आने पर टालमटोल कर रहे हैं. जिससे बिजली बकाया सतत बढ रहा है. आज खेतीबाडी के कलेक्शन सहित बकाये का आंकडा 83406 करोड को पार कर गया है. कृषि पंपों पर ही 60 हजार करोड से अधिक बकाया है. राज्य शासन द्बारा अनुदान देने के अलावा कृषि पंप के 4 हजार से लेकर 20 हजार रूपए तक के बिल भरे नहीं गये है. इसलिए राज्य में वसूली अभियान छेडा गया है.
* अदा करें बिजली बिल
महावितरण के बिल का भुगतान नहीं होने से बकाया का पहाड बढा होता जा रहा है. जिन लोगों ने बिजली का उपयोग किया है, उन्हें भुगतान करना चाहिए. सरकार चाहे तो किसानों को अनुदान दे सकती है.
– कृष्णा भोयर, महासचिव, इलेक्ट्रीसिटी वर्कर्स फेडरेशन
* वसूली अभियान आरंभ
प्रदेश में बिजली बिल बकाया वसूली मुहीम शुरू है. हम जब सरकार से वेतन मांगते हैं तो सरकार बकाया की ओर इंगित करती है. बकाया की वसूली होने दें, ऐसा कहा जाता है.
– राकेश जाधव, उपाध्यक्ष,
बीज कामगार फेडरेशन इंटक