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‘उस’ महिला का मोबाईल नंबर हासिल करने लगाई गई थी 50 हजार की शर्त

राजेश तरडेजा व मनोज छाबडा सहित कार चालक कुरडकर को उठाया था नागपुर पुलिस ने

* छाबडा को कल ही मिली जमानत, तरडेजा व कुरडकर की जमानत पर आज फैसला
अमरावती/दि. 3- दो दिन पहले नागपुर के एक पॉश होटल में अपनी सहेलियों के साथ भोजन करने हेतु आई संभ्रांत घर की महिला का अमरावती के दो व्यापारियों द्वारा होटल से लेकर उसके घर तक पीछा किए जाने और उसके घर की लॉबी में अनधिकृत रुप से प्रवेश करते हुए उसके साथ नजदीकी साधने का प्रयास किया गया था. जिसे लेकर उक्त महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर नागपुर पुलिस ने अमरावती आकर राजेश तरडेजा नामक व्यापारी एवंम् उसके ड्राईवर सूरज कुरडकर को गिरफ्तार किया था. तथा दोनों को नागपुर पुलिस अपने साथ नागपुर लेकर गई थी. वहीं इस मामले में तीसरे आरोपी मनोज छाबडा ने उसी दिन दोपहर साडेतीन बजे नागपुर पहुंचकर नागपुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. तीनों आरोपियों को अपने हिरासत में लेने के बाद की गई पडताल में यह जानकारी सामने आई है कि, उस रात पार्टी में एक संभ्रांत घर की महिला को देखते ही राजेश तरडेजा व मनोज छाबडा का दिल मचल गया था और दोनों के बीच उस महिला का नाम व पता एवंम् मोबाईल नंबर हासिल करने को लेकर 50 हजार रुपए की शर्त भी लगी थी. जिसके बाद वह महिला जैसे ही होटल में डिनर पार्टी निपटाकर अपने घर जाने हेतु निकली, वैसे ही तरडेजा व छाबडा ने उस महिला का अपने एसयूवी-700 वाहन से पीछा करना शुरु कर दिया. इस समय तरडेजा का ड्राईवर सूरज कुरडकर कार चला रहा था और यह तीनो लोग उक्त महिला का होटल से पीछा करते हुए उसके फ्लैट वाले अपार्टमेंट पर गए थे, जहां पर राजेश तरडेजा व मनोज छाबडा ने उक्त महिला का रास्ता रोकते हुए उसके साथ जानपहचान बढाने के उद्देश्य से बातचीत की थी. जिसकी शिकायत उक्त महिला ने नागपुर शहर पुलिस से कर दी थी. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत हरकत में आकर लंबी जद्दोजहद के बाद अमरावती से वास्ता रखनेवाले तीनो लोगों को खोज निकाला था. जिसमें से दो लोगों को बाकायदा अमरावती आकर गिरफ्तार कर लिया था. वहीं पुलिस की आने की भनक लगते ही फरार हुए तीसरे आरोपी ने खुद नागपुर जाकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था.
इस संदर्भ में विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विगत 22 अप्रैल को सदर परिसर के अशोका होटल में डब्ल्यूसीएल यानी वेस्टर्न कोलफिल्ड लिमिटेड (वेकोलि) व्दारा एक प्रोफेशनल बैठक कम पार्टी आयोजित थी. इसी समय होटल में चार महिलाओं का एक गु्रप डिनर कर रहा था, जिनमें भारतीय राजस्व सेवा के एक अधिकारी की पत्नी भी शामिल थी. इस पार्टी में अमरावती के राजेश अमरलाल तलरेजा (43, नवजीवन कालोनी) व मनोज जीवतराम छाबडा (54, शंकर नगर) भी शामिल हुए थे. जो इस पार्टी में शामिल होने के लिए अमरावती से अपनी नई-कोरी एसयूवी-700 लेकर नागपुर पहुंचे थे और उनके साथ राजेश तलरेजा का वाहन चालक सुरज नारायण कुरडकर (24, गणपती नगर) भी मौजूद था. पार्टी के दौरान तलरेजा और छाबडा का ध्यान पार्टी में मौजूद एक संभ्रांत परिवार की 30 वर्षीय महिला की ओर गया. जिसके बाद दोनों ने काफी देर तक उस महिला को ताकते रहने के साथ ही उसका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास किया. साथ ही जब वह महिला अपने घर जाने निकली तो तलरेजा और छाबडा ने होटल की पार्किंग एरिया से ही उसका पीछा शुरू कर दिया. इसके बाद इन दोनों लोगो ने उक्त महिला का करीब 4 किमी तक पीछा किया और उसके पीछे-पीछे अंबाझरी परिसर स्थित उसके फ्लैट के अपार्टमेंट तक जा पहुंचे. साथ ही उसके अपार्टमेंट की लॉबी में भी घुसे. जहां पर इन दोनों ने उक्त महिला के साथ इधर-उधर की बातचीत करते हुए उससे नजदीकी साधने का प्रयास भी किया.
इस पूरे मामले से बुरी तरह संतप्त होकर मुलत: नागपुर से वास्ता रखनेवाले और इन दिनो दिल्ली में पदस्थ रहनेवाले भारतीय राजस्व अधिकारी की पत्नी ने तुरंत ही इसकी जानकारी अपने पति को देने के साथ ही इसकी शिकायत नागपुर पुलिस के पास दर्ज कराई. जिसके पश्चात पुलिस ने होटल की पार्किंग एरीया और उक्त महिला के अपार्टमेंट की लॉबी में लगे सीसीटीवी कैमरो के फुटेज खंगालने शुरु किए. जिसमें राजेश तलरेजा व मनोज छाबडा के साथ ही उनका एसयूवी वाहन और ड्राईवर भी दिखाई दे रहे थे. लेकिन मुख्य समस्या यह थी कि, वह एसयूवी वाहन दो माह पहले ही खरीदा गया था और उसका पंजीयन नहीं हुआ था. ऐसे में नंबर प्लेट नहीं रहने के चलते नागपुर पुलिस को आरोपियों की खोजबीन के लिए काफी माथापच्ची करनी पडी. परंतु नागपुर के सदर और कोतवाली पुलिस के दल ने करीब 350 से 400 सीसीटीवी कैमरो के फुटेज खंगालते हुए तीनों आरोपियों की शिनाख्त कर ली. जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने नागपुर पुलिस का दल अमरावती पहुंचा.

* तलरेजा ने दो घंटे तक नहीं खोला घर का दरवाजा
नागपुर पुलिस के एक सूत्रों ने दैनिक अमरावती मंडल को विशेष तौर पर जानकारी देते हुए बताया कि, 1 मई की सुबह जब नागपुर पुलिस का दल नवजीवन कालोनी स्थित राजेश तलरेजा के निवास पर पहुंचा तो राजेश तलरेजा और उसके परिवार ने पुलिस को देखने के बाद अगले करीब दो घंटे तक अपने घर का दरवाजा ही नहीं खोला. साथ ही इस दौरान राजेश तलरेजा ने मामला समझ में आते ही इस कृत्य में अपने साथ शामिल मनोज छाबडा को अपने यहां नागपुर पुलिस के आने की जानकारी देते हुए उसे भाग जाने की सलाह दी. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद नागपुर पुलिस के दल ने राजेश तलरेजा को घर से बाहर निकालकर अपनी हिरासत में लिया. साथ ही उसकी निशानदेही पर उसके ड्राईवर सूरज कुरडकर को भी पकडा. पश्चात इन दोनों को नागपुर ले जाकर बाकायदा गिरफ्तार करते हुए उन्हें 1 मई की दोपहर अदालत के सामने पेश किया गया. जहां से अदालत इन दोनों को एक दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया. पश्चात अगले दिन इन दोनों को दुबारा अदालत में पेश करने पर अदालत ने दोनों आरोपियों को 14 के न्यायिक हिरासत में जेल में रखने का निर्णय दिया. जिसके चलते दोनों आरोपियों को नागपुर जेल रवाना कर दिया गया. जहां से दोनों ने अपने वकील के मार्फत खुद को जमानत मिलने हेतु अदालत में आवेदन किया. जिस पर आज दोपहर बाद नागपुर की अदालत में सुनवाई होनेवाली है.

* मनोज छाबडा ने किया था पुलिस के सामने ‘सरेंडर’
वहीं दूसरी ओर 1 मई की सुबह राजेश तरडेजा के कहने पर नागपुर पुलिस की पकड में आने से बचने के लिए फरार होनेवाले मनोज छाबडा ने उसी दिन यानि 1 मई की दोपहर में ही करीब साढे तीन बजे के आसपास नागपुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. उस समय तक राजेश तरडेजा व सूरज कुरडकर की अदालत में पेशी होने के साथ-साथ उनके पीसीआर की ऑर्डर भी हो चुकी थी. ऐसे में नागपुर की सदर पुलिस ने मनोज छाबडा को उसी दिन अदालत में पेश करने की बजाए पुलिस थाने के लॉकअप में डाल दिया. जहां पर पीसीआर हेतु रखे गए तलरेजा व कुरडकर के साथ मनोज छाबडा अगले दिन तक बंद रहा और उसे 2 मई को अदालत के सामने पेश किया गया. जहां पर छाबडा ने अपने वकील के जरिए जमानत याचिका दायर कर ली थी. इस समय चेकलिस्ट में आवश्यक रहनेवाला एक दस्तावेज पुलिस द्वारा नहीं जोडे जाने के चलते अदालत ने मनोज छाबडा को तुरंत ही जमानत दे दी थी.

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