अमरावती प्रतिनिधि/दि.29 – कोविड के प्रभाव को सौम्य करने हेतु पहले चरण में पुणे स्थित सीरम इन्स्टिट्यूट की ओर से कोविशिल्ड तथा हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक की को-वैक्सीन का टीका उपलब्ध कराया गया था. जिसमें से कोविशिल्ड के टीके का प्रयोग समूचे राज्य में किया गया था, वहीं को-वैक्सीन का टीका केवल 6 जिलो में प्रयुक्त हुआ. वहीं अब पहले चरण के तहत दूसरा डोज देने हेतु सीरम की ओर से राज्य को 8 लाख 29 हजार वैक्सीन का दूसरा बूस्टर डोज उपलब्ध कराया गया है. जिसमें से विदर्भ क्षेत्र के लिए 1 लाख 57 हजार वैक्सीन की खेप पहुंचायी जा चुकी है. इसमें से नागपुर संभाग हेतु नागपुर स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय को 96 हजार तथा अमरावती संभाग हेतु अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय को 61 हजार वैक्सीन उपलब्ध करायी जा चुकी है.
बता दें कि, इस समय राज्य में सर्वत्र मंगलवार व बुधवार तथा शुक्रवार व शनिवार ऐसे चार सत्रों में कोविड टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत जिन लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया गया है, उन्हे 28 दिनो के बाद वैक्सीन का दूसरा बूस्टर डोज दिया जायेगा. ज्ञात रहे कि, इस समय टीकाकरण अभियान के पहले चरण में कोरोना काल के दौरान अपने प्राणों की परवाह किये बिना काम करनेवाले स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों को फ्रंटलाईन वर्कर्स के तौर पर प्रथम प्राधान्यक्रम के अनुसार वैक्सीन लगायी जा रही है. हालांकि टीकाकरण अभियान के शुरूआती दौर में वैक्सीन लगवानेवाले स्वास्थ्य कर्मियो की संख्या अपेक्षाकृत तौर पर कुछ कम थी, क्योकि लोगों में इस वैक्सीन को लेकर काफी हद तक भय व संभ्रम का माहौल था. वहीं अब धीरे-धीरे वैक्सीन के पूरी तरह से सुरक्षित रहने की बात स्पष्ट हो गयी है. ऐसे में वैक्सीन लगवानेवाले स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है. वहीं अब तक वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके फ्रंटलाईन वर्कर्स को 28 दिन बाद दूसरा डोज लगाने की तैयारी सरकार एवं प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है.
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बूस्टर डोज का जिलानिहाय वितरण
नागपुर – 38,500
अमरावती – 14,500
अकोला – 9,000
बुलडाणा – 17,500
वाशिम – 5,000
यवतमाल – 15,000
भंडारा – 7,500
चंद्रपुर – 16,000
गडचिरोली – 8,000
वर्धा – 16,500
कुल – 1,57,000