सामदा काशीपुर जलाशय के बीच पेडों पर फंसी बंदरों की झुंड
12 जुलाई से भूखे, प्यासे बैठे है पेड पर
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रेस्क्यू टीम पहुंची, अनेकों बंदरों को सहीसलामत बाहर निकाला
अमरावती/प्रतिनिधि दि.15 – जिले की दर्यापुर तहसील अंतर्गत आने वाले सामदा काशीपुर गांव में एक बडे जलाशय के बीचो बीच नीम के दो बडे पेड है. पिछले शनिवार की रात दर्यापुर तहसील में हुई मुसलाधार बारिश के कारण यह जलाशय लबालब भर चुका है. इसी दौरान 12 जुलाई से इस जलाशय के बीच रहने वाले पेड पर लगभग 8 से 10 बंदरों की झुंड फंस गई थी. इस पेड के चहुओर जलाशय का पानी बढ जाने के कारण उन्हें पेड से बाहर निकालना काफी मुश्किल हो गया था. इसी दोैरान जलाशय देखने गए कुछ लोगों को पेड पर फंसी यह बंदरों की झुंड दिखाई दी. 12 जुलाई से पेड पर भुखे बैठे बंदर भुख से बिलख रहे थे. उस व्यक्ति ने यह मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल करके बंदारों की झुंड को बचाने का आह्वान लोगों को किया. जिससे यह खबर अमरावती तक पहुंची. आज जिला प्रशासन की रेस्क्यू टीम इन बंदरों की झुंंड को बचाने के लिए निकल पडी. दोपहर खबर लिखे जाने तक इस टीम ने पांच बंदरों को सही सलामत जलाशय से बाहर निकालने में सफलता हासिल की. इस टीम में हेमंत सरकटे, कौस्तुभ वैद्य, गौरव जगताप, हिरा पवार, आकाश निमकर, अर्जुन सुंदरडे, पंकज येवले, राजेंद्र शहाकार व चालक गजानन मुंडे, पुुरुषोत्तम पुराम आदि का समावेश है.
जानकारी के अनुसार दर्यापुर से लगभग 8 किलोमीटर दूरी पर वाघाडी गांव के पास सामदा काशीपुर नाम का यह जलाशय है. पिछले शनिवार व रविवार को दर्यापुर तहसील में मुसलाधार बारिश हुई थी. इस दौरान दर्यापुर तहसील के लगभग सभी नदी, नाले उफाण पर बह रहे थे. इसी दौरान इस सामदा काशीपुर जलाशय पूरी तरह से लबालब भर गया और 8 से 10 बंदरों की झुंड जलाशय के बिचोबिच रहने वाले निम के पेड पर फंस गए. यह खबर जिला प्रशासन को मिली. आज सुबह अपना पदभार छोडने से पहले जिलाधिकारी शैलेश नवाल तथा उपजिलाधिकारी नितीन व्यवहारे के निर्देश पर जिला आपदा व्यवस्थापन अधिकारी सुरेंद्र रामेकर व पुलिस निरीक्षक मारोती नेवारे के आदेश पर यह टीम सामदा काशीपुर गांव में रवाना हो गए. दोपहर खबर लिखे जाने तक पांच बंदरों को जलाशय से सहीसलामत बाहर निकाला गया था.