विमवि की शतकपूर्ति पर दी जायेगी 10 करोड की विशेष निधी
इंजिनिअरींग, पॉलीटेक्निक व फार्मसी कॉलेज को भी किया जायेगा अपग्रेड
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उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने दी पत्रवार्ता में जानकारी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.10 – राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्रालय अंतर्गत काम करनेवाले अमरावती स्थित शासकीय ज्ञान विज्ञान प्रशिक्षण संस्था (विमवि), सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय, सरकारी तंत्रनिकेतन (पॉलीटेक्नीक) तथा सरकारी औषध निर्माण (फार्मसी) महाविद्यालय का कामकाज बेहद प्रभावी एवं शानदार है. ऐसे में इन चारों महाविद्यालयों को अपग्रेड करने हेतु सरकार की ओर से तमाम आवश्यक आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी. साथ ही वर्ष 2022 में अपनी स्थापना की शतकपूर्ति करने जा रहे विदर्भ महाविद्यालय को राज्य सरकार की ओर से 10 करोड रूपये की विशेष निधी दी जायेगी. जिसके प्रस्ताव को सरकार द्वारा मंजुरी प्रदान की गई है. इस आशय की जानकारी राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत द्वारा दी गई.
एक दिन के अमरावती जिला दौरे पर आये राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने स्थानीय जिलाधीश कार्यालय परिसर स्थित नियोजन भवन में आयोजीत कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ ही पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने उपरोक्त प्रतिपादन किया.
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विमवि को एटॉनॉमस संस्था का दर्जा
इस पत्रवार्ता में उच्च व तंत्रशिक्षा मंत्री उदय सामंत द्वारा बताया गया कि, राज्य सरकार द्वारा विदर्भ महाविद्यालय को एटॉनॉमस संस्था का दर्जा दिये जाने का निर्णय लिया गया है और अब यह संस्था स्वयं वित्तसहायित स्वतंत्र संस्था के तौर पर काम करेगी. जिसके चलते अब इस संस्था को बार-बार मंत्रालय जाकर हर काम के लिए मंजुरी लेना जरूरी नहीं रहेगा, बल्कि संस्था के संचालक मंडल द्वारा अपने स्तर पर ही संस्था के संचालन संदर्भ में निर्णय लिये जा सकेंगे.
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जिला पालकमंत्री व जिलाधीश की सराहना की
इस पत्रवार्ता में उच्च व तंत्रशिक्षा मंत्री उदय सामंत ने बताया कि, उन्होंने आज सुबह अपने कार्यक्षेत्र अंतर्गत आनेवाली चारों शैक्षणिक संस्थाओं का दौरा किया और चारों स्थानों से उन्हें यह फिडबैक मिला कि, संबंधित संचालकों को जिला विकास निधी से हर एक काम के लिए सही समय पर रकम उपलब्ध हो जाती है. ऐसे में अमरावती की जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर तथा जिलाधीश शैलेश नवाल बधाई व अभिनंदन के पात्र है. साथ ही उन्होंने इस बात को लेकर भी संतोष व्यक्त किया कि, अमरावती के सरकारी तंत्रनिकेतन व फार्मसी कॉलेज में प्रतिवर्ष एडमिशन का प्रमाण बढ रहा है. साथ ही सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय में प्रति वर्ष शत-प्रतिशत एडमिशन होती है. इस समय उन्होंने यह घोषणा भी की कि, जारी शैक्षणिक सत्र से अमरावती के सरकारी तंत्रनिकेतन में केमिकल इंजिनिअरींग नई शाखा शुरू की जायेगी. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, इस वक्त अमरावती के सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय में संचालन व सलाहकार समिती नियुक्त नहीं है. किंतु ऐसी स्थिति में राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री के पास बतौर पदसिध्द अध्यक्ष अधिकार होते है और उनका पूरा ध्यान अमरावती के सरकारी इंजिनिअरींग कॉलेज से संबंधित कामों पर है. यहीं वजह है कि, अभियांत्रिकी महाविद्यालय में यंत्र व विद्युत विभाग की इमारत के लिए राज्य सरकार द्वारा निधी उपलब्ध करायी गयी है. जबकि कोविड संक्रमण काल के दौरान सलाहकार समिती का गठन करना और समिती की बैठक लेना संभव नहीं था. इसके बावजूद सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय संबंधी कामों को अनदेखा नहीं किया गया है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, अमरावती में स्थित चारों सरकारी शैक्षणिक संस्थाओं को अपग्रेड करने की ओर राज्य सरकार द्वारा पूरा ध्यान दिया जा रहा है तथा इससे संबंधित कामों के लिए निधी कम नहीं पडने दी जायेगी.