350 फीट गहरे बोअरवेल में गिरा तीन वर्षीय बच्चा
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गांववासियों की सतर्कता से बचाया गया
नागपुर/प्रतिनिधि दि.11 – यदि किसी 350 फीट गहरे बोअरवेल हेतु खोदे गये गढ्ढे में कोई बच्चा गिर जाये और इसके बाद भी जीवित बच जाये, तो इसे ईश्वरीय चमत्कार भी कहा जा सकता है और ऐसा चमत्कार समीपस्थ रामटेक से 20 किमी दूर स्थित शिवणी भोंडकी गांव में विगत 9 जून की दोपहर 4 बजे घटित हुआ.
जानकारी के मुताबिक शिवणी भोंडकी गांव के एक खेत में काठियावाडियों द्वारा अपना डेरा डाला गया है. इस खेत के पास ही 350 फीट गहरा बोअरवेल है. किंतु इसमें पानी नहीं लगने की वजह से उसे वैसे ही छोड दिया गया था. इसी गढ्ढे के आसपास अन्य बच्चों के साथ खेल रहा तीन वर्षीय नवधान देना दोंडा नामक बच्चा खेलते-खेलते इस गढ्ढे में जा गिरा. यह बात पता चलते ही बच्चे के माता-पिता व परिजनों सहित ग्राम रक्षक दल के सदस्य तुरंत मौके पर पहुंचे और बच्चे को आवाज दी गई. साथ ही गढ्ढे के भीतर एक रस्सी छोडी गयी. यह बच्चा शरीर से कुछ मोटा रहने की वजह से वह गढ्ढे के भीतर 20 फुट की गहरायी तक जाकर अटक गया था. और अपने माता-पिता द्वारा दी जा रही आवाज का जवाब भी दे रहा था. साथ ही उसने उपर से छोडी गयी रस्सी को पूरी मजबूती के साथ पकड लिया. जिसके बाद उसे इस रस्सी के सहारे धीरे-धीरे उपर खींचा गया और गढ्ढे से सुरक्षित बाहर निकाला गया. सर्वाधिक हैरत की बात यह रही कि, इस बच्चे के शरीर पर एक भी खरोच नहीं आयी थी. इस बच्चे के सुरक्षित बाहर आते ही उसके माता-पिता सहित सभी लोगों की आंखों में खुशी के आंसू तैर गये.