विमान से एबी फॉर्म नहीं, पदाधिकारी आए
जिला प्रशासन ने ली जानकारी
नाशिक/दि.6- उम्मीदवारी का आवेदन भरने के आखिर दिन तुरंत विमान नाशिक में दाखिल हुआ. यह वस्तुस्थिती है. मगर उसमें एबी फार्म नहीं थे. वह स्थानीय पार्टी कार्यालय के पास उपलब्ध होता है. विमान से सिर्फ शिवसेना शिंदे गट के नेता भाऊसाहब चौधरी आने की जानकारी जिला प्रशासन व्दारा की गई जांच में सामने आयी है. उम्मीदवारी आवेदन दाखिल करने के पूर्व का खर्च चुनाव आयोग के निर्देशानुसार पार्टी के खर्च में गिना जाता है. जिसके कारण इस हवाई सफर का खर्च भी उम्मीदवार का नहीं तो पार्टी का खर्च में शामिल होने की बात स्पष्ट की गई.
जिले के 15 निर्वाचन क्षेत्र के लिए विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चलाई जा रही है. जिसके अंतर्गत उम्मीदवारी नामांकन वापस लेने के लिए 29 अक्तूबर की दोपहर तीन तक समय था. राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजित पवार गट नेता पूर्व सांसद समीर भुजबल ने पद से इस्तीफा देकर नांदगांव निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय नामांकन दाखिल करने के बाद जिले में नाटकीय हलचल की शुरूआत हो गई. इसी नाटकीय हलचल का एक हिस्सा 29 अक्तूबर की दोपहर को जिले में देखने को मिला. देवलाली निर्वाचन क्षेत्र से अजित पवार गट के विद्यमान विधायक सरोज अहिरे के विरोध में ऐन समय पर डॉ. राजश्री अहिरराव को व दिंडोरी से धनराज महालेंना को ऐन समय पर शिवसेना शिंदे गट से एबी फॉर्म उपलब्ध करा कर दिया गया. शिंदे सेना के नेता भाऊसाहब चौधरी यह अचानक विशेष विमान से नाशिक में दाखिल होने के बाद यह नाटकीय हलचल बढी.
इस बारे में अखबारों में खबर प्रकाशित होेने के बाद चुनाव आयोग व्दारा घटी घटना के बारे में जिला प्रशासन से जानकारी मांगी. प्रशासन की ओर से की गई जांच के अनुसार चौधरी उस दिन नाशिक में कुछ निर्वाचन क्षेत्र की हलचल पर नजर रखने के लिए विमान से आए थे. उन्होंने साथ में एबी फार्म नहीं लाया था. यह स्थानीय पार्टी कार्यालय में उपलब्ध था. ऐसा जानकारी प्रशासन को मिली. उम्मीदवारी आवेदन दाखिल करने के पूर्व खर्च संबंधित पार्टी के खर्च में गीना जाता है. पार्टी पर खर्च का बंधन नही. जिसके कारण यह खर्च पर्टा के खर्च में समाविष्ट होगा, ऐसा स्पष्ट होने के बाद उसकी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जाएगी.