अचलपुर मंडी के सहसचिव भेटालु सहित अन्य दो निलंबीत
पदभरती घोटाला मामले में हुए थे नामजद
अमरावती प्रतिनिधि/दि.27 – गत वर्ष अचलपुर फसल मंडी में उजागर हुए पदभरती घोटाला मामले मे नामजद हुए मंडी के सहसचिव मंगेश भेटालु सहित मंडी में कार्यरत चपरासी शैलेश शुक्ला व लता बाजपेयी को फसल मंडी समिती द्वारा प्रस्ताव पारित कर निलंबीत कर दिया गया है. इस आशय की जानकारी फसल मंडी सभापति अजय पाटिल टवलारकर द्वारा दी गई है. साथ ही निलंबित सहायक सचिव मंगेश भेटालू सहित अन्य दोनों कर्मचारियों की विभागीय जांच भी शुरू की गई है.
बता दे कि गत वर्ष अचलपुर फसल मंडी में हुई पद भर्ती के बाद चपरासी पद पर एक महिला की नियमबाह्य तरीके से नियुक्ति किए जाने का मामला उजागर हुआ था और जांच के बाद इस आरोप को शिकायत को सही पाया गया था. जिसके चलते बाजार समिति के सचिव पवन सार्वे की शिकायत पर परतवाडा पुलिस ने सहायक सचिव मंगेश भेटालू सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ धारा 420, 465, 468,471 और 34 के तहत अपराध दर्ज किया था. यह अपराध दर्ज होते ही फसल मंडी सहित तहसील के सहकार क्षेत्र में जबर्दस्त खलबली व्याप्त हो गई थी.
उल्लेखनीय है कि आगामी 6 माह बाद अचलपुर फसल मंडी संचालक मंडल के चुनाव भी होने है. इससे पहले ही कर्मचारी पद भर्ती घोटाले और इस मामले में मंडी कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस द्बारा दर्ज किए गये मामले की वजह से जमकर हंगामा मचा हुआ है. जिसका सीधा असर संचालक मंडल के चुनाव पर भी पड सकता है. ऐसे में मौजूदा संचालको सहित आगामी चुनाव लडने की तैयारी कर रहे लोगों के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है और आरोप लगाया जा रहा है कि मौजूदा सभापति अजय पाटिल टवलारकर और उनके संचालक मंडल की नाक के नीचे मंडी के सहायक सचिव मंगेश भेटालू ने यहां जमकर भ्रष्टाचार किया और नियमबाह्य तरीके से कर्मचारियों की नियुक्ति करते हुए जमकर चांदी काटी, जिसमें मंडी पदाधिकारियों के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में अब यह मांग भी जोर पकड रही है कि इस पदभर्ती की नियुक्ति प्रक्रिया में हुई अन्य नियुक्तियों की भी जांच की जाए. साथ ही पदभर्ती घोटाले में और किन किन लोगों की क्या भूमिका रही, इसकी भी विस्तृत तफ्तीश की जाए. ताकि मंडी में फैल रहे भ्रष्टाचार की जडों को खोदा जा सके.