* बिल पेमेंट के लिए करेंगे आंदोलन
परतवाडा/दि. 3 – लोक निर्माण विभाग के अमरावती सर्कल अंतर्गत अचलपुर विभाग की ओर ठेकेदारों के 700 करोड के बिल बकाया है. दो वर्षों से ठेकेदारों के बिल पास नहीं हुए है. जिससे वे आर्थिक परेशानी झेल रहे हैं. शासन स्तर से ही काम के पैसे नहीं आने का दावा सूत्रों ने किया है. अब इसके लिए आंदोलन की राह अपनानी पडेगी, इस तरह का इरादा ठेकेदारों का दिखाई पड रहा है.
* काम ही बंद करने का निर्णय
ठेकेदारों की ओर बैंकों का कर्ज भी बढा है. उस पर ब्याज लगातर बढ रहा है. इसलिए आर्थिक संकट में फंसे, निराश ठेकेदारों ने अपने साधन बेचने निकाल दिए हैं. इस तरह की चर्चा यहां सुनने मिली. यह भी कहा गया कि, कई ठेकेदारों ने ठेकेदारी का काम ही बंद करने का निर्णय किया है. अनुभवी ठेकेदारों ने सडक मरम्मत, गड्ढे ठीक करने, पैच भरने के काम लेना बंद कर दिया. जिससे नए ठेकेदारों ने यह काम लिए और पूर्ण करने के दो वर्ष बाद भी उनका भुगतान नहीं होने से वे आर्थिक परेशानी में फंसे हैं.
* 5 फरवरी तक अल्टीमेटम
किए गए काम के बिल बकाया होने से शासन-प्रशासन को ठेकेदारों ने 5 फरवरी तक समय दिया है. तब तक भुगतान न होने पर काम बंद आंदोलन की घोषणा ठेकेदारों द्वारा की जा रही है.
* राज्य पर 90 हजार करोड
राज्य पर ठेकेदारों के बिलों के 90 हजार करोड बकाया होने का दावा किया जा रहा है. जिसमें लोनिवि के 46 हजार करोड, ग्रामीण विकास यंत्रणा के 8600 करोड, जलजीवन मिशन के 18 हजार करोड, सिंचाई के 19700 करोड एवं शहरी विकास विभाग अंतर्गत 17 हजार करोड बकाया होने का दावा किया जा रहा है. अमरावती सर्कल में लोनिवि के 1100 करोड के बिल बकाया है. जबकि परतवाडा-अमरावती मार्ग व्यस्त होने के बावजूद यहां गड्ढो की भरमार हो रखी है.
* क्या कहते हैं ठेकेदार
अचलपुर लोनिवि के तरफ ठेकेदारों के 700 करोड के बिल बकाया होने का दावा परतवाडा के ठेकेदार संतोष मोहोकार ने किया. उन्होंने बताया कि, ठेकेदार आर्थिक अडचण में आ गए हैं. सरकार को बिलों के पेमेंट हेतु तत्काल संबंधित विभागों को फंड उपलब्ध करवाना चाहिए.