मुंबई दि.13– उच्च शिक्षा संस्थानों को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यांकन अर्थात नैक की श्रेणी प्राप्त करना अनिवार्य किया गया है. विभाग ने इस बारे में समय-समय पर निर्देेश दिए हैं. अब भी मूल्यांकन न करने वाले महाविद्यालयों पर कार्रवाई करने के निर्देश मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने दिए हैं. वे इस संदर्भ में मंगलवार को आयोजित कुलगुरु की बैठक में बोल रहे थे. विभाग के प्रधान सचिव विकास चंद्र रस्तोगी, संचालन शैलेंद्र देवलानकर, मुंबई, गढचिरोली, जलगांव, कोल्हापुर, नांदेड, सोलापुर विद्यापीठ के कुलगुरु भी उपस्थित थे.
कुलगुरु ने कहा कि नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया में बदलाव अपेक्षित है. इसे सहज, सुलभ तथा सरल करने से देहाती भागों के कॉलेजस मूल्यांकन हेतु आगे आएंगे. इस पर मंत्री पाटिल ने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र भेजा जाएगा. अभी अनेक महाविद्यालयों ने मूल्यांकन नहीं करवाया है. अकेले मुंबई में ऐसे कॉलेजस की संख्या 360 है. प्रदेश में 1500 से अधिक महाविद्यालय है.