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11 निजी पैथोलॉजी लैब पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई

अब नहीं कर सकेंगे रैपीड एंटीजन टेस्ट

  • सरकारी निर्देशों की कर रहे थे अनदेखी

  • मनमाने तरीके से किया जा रहा था जांच का काम

अमरावती प्रतिनिधि/ दि. २२कोरोना संदेहित मरीजों की जांच करने हेतु अमरावती शहर सहित जिले में कई निजी पैथॉलॉजी लैब को रैपिड एंटीजन टेस्ट करने की अनुमति प्रदान की गई थी, जिसमें से 11 लैब की अनुमति व मान्यता को 20 फरवरी से खारिज कर दिया गया है. इसमें अमरावती शहर की भी कुछ पैथॉलॉजी टेस्ट लैब का समावेश है.
बता दें कि यदि किसी मरीज की रैपीड ऐंटीजन टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है, किंतु यदि उसमें कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं, तो ऐसे मरीजों के थ्रोट स्वैब सैम्पल लेकर उसे आरटीपीसीआर टेस्ट हेतु निशुल्क तौर पर सरकारी कोविड टेस्ट लैब में भिजवाना होता है, साथ ही निर्धारित प्रारूप में मरीज की तमाम आवश्यक जानकारी भी देनी होती है. किंतु रैपीड एंटीजन टेस्ट की अनुमति रहनेवाली कई निजी लैब संचालकों द्वारा इस नियम की अनदेखी की जा रही थी. यह बात बीते दिनों अमरावती जिले के दौरे पर आए राज्य सरकार के मुख्य सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंके के ध्यान में आई और उन्होंने जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम से इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने हेतु कहा. इसके बाद ही प्रशासन ने रैपीड एंटीजन टेस्ट की बजाय आरटीपीसीआर टेस्ट को प्राथमिकता देने तथा निजी दवाखानों में रैपीड एंटीजन टेस्ट बंद करने का निर्णय लिया. साथ ही नियमों का उल्लंघन करते हुए मनमाना काम करनेवाली निजी लैब की अनुमति खारीज कर दी गई.
जिन निजी पैथॉलॉजिस्ट की अनुमति खारीज की गई है, उनमें अमरावती के डॉ. उल्हास संगई, डॉ. प्रकाश कोठारी, डॉ. आशीष तायडे, डॉ. सुवर्णा कुर्‍हाडे, डॉ. तृप्ति वानखडे, डॉ. श्याम नेमाडे, परतवाडा के डॉ. खुशबू बरडिया, डॉ. विशाखा चंदनानी, डॉ. ओ. आर. बोहरा, चांदूर रेल्वे के डॉ. संजय महंतपुरे का समावेश है.

  • बिना अनुमति दो तहसीलों में खोल दिये थे सेंटर

जानकारी के मुताबिक स्थानीय राजापेठ परिसर में अपना पैथॉलॉजी सेंटर चलानेवाले एक डॉक्टर ने मूर्तिजापुर व अचलपुर इन दो तहसीलों में अपने ही मन से दो रैपीड एंटीजन टेस्ट सेंटर खोल दिये थे, जिसके बारे में स्वास्थ्य महकमे से कोई अनुमति तक नहीं ली गई थी. इन दोनों सेंटरों पर बड़े ही धड़ल्ले के साथ कोरोना संदेहितों की रैपीड एंटीजन टेस्ट की जाती थी, ऐसा स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई जांच में सामने आया है. ऐसे में उस डॉक्टर के दोनों अनधिकृत सेंटरों को बंद कराने के साथ ही राजापेठ परिसर स्थित पैथॉलॉजी लैब में भी रैपीड एंटीजन टेस्ट करना बंद करवा दिया गया है.

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