बारह घंटे में 3062 निजी बसेस पर कार्रवाई
लक्झरी बसेस को शिस्त लगाने आरटीओ का राज्यस्तरीय अभियान
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अमरावती में 25 लक्झरी बसेस जब्त
अमरावती प्रतिनिधि/दि.८ – ट्राफिक के नियमों का उल्लंघन करने वाली निजी ट्रैवल्स कंपनियों को शिस्त लगाने के लिए परिवहन विभाग ने 5 फरवरी शाम 6 बजे से लेकर तो 6 फरवरी को सुबह 6 बजे तक राज्यभर में विशेष मुहिम अमल में लाई. जिसमें एकसाथ राज्य के सभी आरटीओ कार्यालय के वरिष्ठ से कनिष्ठ अधिकारियों ने 3 हजार 62 बसेस पर कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में 213 बसेस जब्त की गई. सर्वाधिक कार्रवाई ठाणे, पुणे परिसर में हुई. इस दौरान अमरावती आरटीओ ने भी 25 बसेस पर एक ही रात कार्रवाई की.
परिवहन आयुक्त डॉ.अविनाश ढाकने ने राज्य के हर एक प्रादेशिक परिवहन अधिकारियों से सहायक मोटर वाहन निरीक्षक तक के अधिकारियों को इस मुहिम में सहभागी कर लिया था. प्रति अधिकारी कम से कम तीन बस पर कार्रवाई का लक्ष्य था. ठाणे परिसर की 539, पुणे 472, कोल्हापुर 301, पनवेल 258, अमरावती 216, धुलिया 209, लातुर 163, मुंबई सेंट्रल 56, मुंबई पूर्व 59, मुंबई पश्चिम 108, नांदेड 90, नाशिक 138, औरंगाबाद 142, नागपुर शहर 138, नागपुर ग्रामीण 164, प्रादेशिक परिवहन कार्यालय परिसर में 29 बसेस पर कार्रवाई की गई. इनमें से नियमों का उल्लंघन करने वाली 213 बसेस जब्त की गई है. उसमें 43 पुणे परिसर, 32 ठाणे, लातुर व अमरावती में प्रति 25, कोल्हापुर 17, औरंगाबाद 15, नाशिक 12, नांदेड 10, पनवेल 8, धुलिया 7, नागपुर शहर व नागपुर ग्रामीण के प्रति 5 और प्रति 3 बसेस मुंबई सेंट्रल, मुंबई पूर्व, मुंबई पश्चिम आदि तीन कार्यालय क्षेत्र की थी. पुणे परिसर में सर्वाधिक अधिकारी इस मुहिम में 100 अधिकारी शामिल हुए थे. मुंबई सेंट्रल 10, मुंबई पूर्व 18, मुंबई पश्चिम 29, ठाणे 63, पनवेल 38, कोल्हापुर 72, लातुर 28, नांदेड 23, अमरावती 57, नाशिक 37, ध्ाुलिया 47, औरंगाबाद 31, नागपुर शहर 27, नागपुर ग्रामीण 39, परिवहन आयुक्त कार्यालय में 4 अधिकारी नियुक्त किये गए थे.
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आखिर इन बसेस पर कार्रवाई क्यो?
– बगैर परवाना व परवाना शर्तों का उल्लंघन
– टप्पा यातायात, योग्यता प्रमाणपत्र
– यात्री बस से अवैध माल यातायात
– वाहनों में किये गए गैर कानूनी फेरबदल
– रिफ्लेक्टर, इंडिकेटर, टेललाइट, वायफर आदि न रहना
– क्षमता से ज्यादा यात्री यातायात
– मोटर वाहन टैक्स न भरना
– यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलना