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कलेक्ट्रेट पर एक दिवसीय धरना भी दिया
अमरावती प्रतिनिधि/दि.११ – सरकारी निर्णय के अनुसार दिव्यांगों हेतु तीन प्रतिशत सीटें आरक्षित रखी गयी है और इन सीटों पर दिव्यांगों की ही नियुक्ती की जानी चाहिए, ऐसा स्पष्ट आदेश है. लेकिन इसके बावजूद जिले में दिव्यांगों का अनुशेष बना हुआ है. साथ ही दिव्यांगों के कोटेवाली सीटों पर फर्जी प्रमाणपत्रों के जरिये नकली दिव्यांगोें ने कब्जा कर रखा है. अत: ऐसे फर्जी दिव्यांगों की जांच करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. इस आशय की मांग का ज्ञापन अपंग जनता दल द्वारा जिलाधीश को सौंपा गया. साथ ही इस मांग को लेकर जिलाधीश कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना भी दिया गया. प्रदर्शनकारियों का कहना रहा कि, कई लोग अपंग नहीं रहने के बावजूद सरकारी डॉक्टरों से मिलीभगत करते हुए अपंगत्व प्रमाणपत्र प्राप्त कर लेते है और खुद को दिव्यांग दर्शाते हुए दिव्यांगोें हेतु आरक्षित कोटे में सरकारी नौकरियां प्राप्त करते है. अत: इस पूरे मामले की सघनता के साथ जांच होनी चाहिए. इस आंदोलन में अपंग जनता दल के जिला महासचिव मयूर मेश्राम व महासचिव राजीक शाह सहित कांचन कुकडे, शारदा आव्हाडे, शेख बब्बु, जहीर खान, गोपाल वानवे, प्रशांत भोयर, प्रमोद शेबे, अन्वर शाह, शेख रूस्तम, नासीर बेग, सरोज पुनसे, मूतलिब चाउस, गणेश वानखडे व ललीत इंगले आदि ने हिस्सा लिया..