घरेलू गैस सिलेंडरों की दरवृध्दि ग्राहकों के लिए ‘स्लो पॉयजन’
अनुदानित दरों पर लगातार घट रही सब्सिडी, सिलेेंडरों की मुल कीमत बढी
अमरावती प्रतिनिधि/दि.३ – इन दिनों पेट्रोल व डीजल की दरें लगातार बढ रही है. जिसका सीधा परिणाम घरेलू गैस सिलेंडरों के दामों पर भी पड रहा है. विगत एक वर्ष के दौरान यदि सिलेंडर के दामों पर ध्यान दिया जाये, तो पता चलता है कि, सिलेंडरों की अनुदानित कीमतों के साथ-साथ ग्राहकों को मिलनेवाली सब्सिडी भी कम हो रही है, और सब्सिडी को घटाकर जिस कीमत में ग्राहकों को सिलेंडर उपलब्ध होता है, वह कीमत दिनोंदिन बढती जा रही है. ऐसे में धीरे-धीरे हो रही इस दरवृध्दि को ‘स्लो पॉयजन’ कहा जा सकता है.
बता दें कि, इससे पहले कांग्रेस व राकांपा के नेतृत्ववाली आघाडी सरकार के कार्यकाल में घरेलू गैस सिलेंडरों की सब्सिडी और लगातार बढती कीमतोें की वजह से ही राज्य सहित देश में सत्ता परिवर्तन हुआ था. लेकिन अब घरेलू गैस सिलेंडरों की कीमतों में पहले से कई अधिक इजाफा हुआ है. जिसकी वजह से ग्राहकों की जेब जमकर हल्की हो रही है. सरकार द्वारा वर्ष 2013-14 में गैस सिलेंडर पर सब्सिडी देनी शुरू की गई, तब सिलेंडर की कीमत 1200 से 1300 रूपये के बीच हुआ करती थी और सरकार की ओर हर सिलेंडर पर 750 से 800 रूपयों तक की सब्सिडी मिला करती थी. जिसकी वजह से ग्राहक को यह सिलेंडर लगभग 500 रूपयों का पडता था. लेकिन अब इसकी कीमत में अच्छाखासा इजाफा हुआ है.
जारी वर्ष के फरवरी माह में तीनों कंपनियों के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 905 रूपये थी, जिस पर सरकार की ओर से 329.10 रूपये की सब्सिडी दी गई और ग्राहक को यह सिलेंडर 575 रूपये में पडा. मार्च माह में मूल कीमत 852 रूपये थी और उस पर 269.10 रूपये सब्सिडी मिली. जिसकी वजह से ग्राहकों को सिलेंडर 582 रूपये में मिला. वहीं अब नवंबर माह में सिलेंडर की कीमत 646 रूपये थी. जिसमें से मात्र 40 रूपये की सब्सिडी दी गई और यह सिलेंडर 606 रूपये में पडा. साथ ही दिसंबर माह में सिलेंडर की कीमत 696 रूपये हो गयी और उस पर 70 रूपये की सब्सिडी आयी. ऐसे में इस समय ग्राहकों को घरेलू गैस सिलेंडर 627 रूपये में पड रहा है. इससे यह समझा जा सकता है कि, जहां एक ओर सिलेंडर की मूल कीमत को घटाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सब्सिडी को भी कम किया जा रहा है. जिसकी वजह से अनुदानित कीमत बढ रही है और ग्राहकों को पहले की तुलना में सिलेंडर अब महंगा पडने लगा है. इस बारे में गैस कंपनियों सहित सरकार की ओर से चूप्पी साधकर रखी गयी है.
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एक सिलेंडर पर पांच प्रतिशत जीएसटी
गैस सिलेंडर पर पांच प्रतिशत वस्तू व सेवा कर लगाया जाता है. जिसके चलते हर सिलेंडर पर करीब 33 फीसदी जीएसटी लगती है और यह रकम ग्राहकों से ही वसूल की जाती है. ऐसे में जीतने रूपये की ग्राहकों को सब्सिडी मिलती है, लगभग उतने ही रूपये उन्हें जीएसटी के तौर पर अदा करने पडते है. ऐसे में पूरा मामला ‘नील बटा सन्नाटा’ वाला कहा जा सकता है.
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मई माह में नहीं मिली कोई सब्सिडी
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मार्च माह से समूचे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया. और अप्रैल व मई माह के दौरान इस लॉकडाउन की वजह से कई लोगोें के रोजगार चले गये. जिसकी वजह से लोगबाग आर्थिक दुश्चक्र की चपेट में फंस गये है और कई लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना भी काफी मुश्किल हो गया है, लेकिन लॉकडाउन काल के दौरान मई माह में जहां एक ओर ग्राहकों को 590 रूपये में गैस सिलेंडर दिया गया, वहीं एक भी ग्राहक को गैस सिलेंडर पर कोई सब्सिडी नहीं दी गई. वहीं मई माह के बाद से सिलेंडर की कीमतें लगातार बढनी शुरू हुई. साथ ही सब्सिडी के तौर पर बेहद अत्यल्प कटौती हो रही है. जिसकी वजह से अनुदानित कीमत लगातार बढ रहीं है.
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ग्रामीण क्षेत्रों में फिर जलने लगे चूल्हे
ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के स्वास्थ्य का विचार करने के साथ ही इंधन के लिए होनेवाली वृक्ष कटाई को रोकने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री उज्वला योजना के माध्यम से नि:शुल्क गैस सिलेंडर उपलब्ध कराये गये थे. जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र के लगभग सभी घरों में गैस सिलेंडर पहुंच गया है, लेकिन अब उन ग्राहकोें को भी गैस सिलेंडर खरीदना पडता है. ऐसे में इन ग्राहकों ने एक बार फिर अपने पुराने चूल्हे जलाने शुरू कर दिये है. यहां यह उल्लेखनीय है कि, इन ग्राहकों को नियमित ग्राहकों की तुलना में दोगूनी सब्सिडी मिलती है, लेकिन फिर भी बढी हुई कीमतों में सिलेंडर खरीदना ग्रामीण क्षेत्र के हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं हो पाता.
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ऐसे बढती गई सिलेंडर की दरें
महिना मूल कीमत सब्सिडी अनुदानित कीमत
फरवरी 905.00 329.10 575.00
मार्च 852.00 269.10 582.00
अप्रैल 789.50 199.00 590.00
मई 590.00 000.00 590.00
जून 642.00 035.00 607.00
जुलाई 646.00 040.00 606.00
अगस्त 646.00 040.00 606.00
सितंबर 646.00 040.00 606.00
अक्तूबर 646.00 040.00 606.00
नवंबर 646.00 040.00 606.00
दिसंबर 696.00 070.00 627.00