चार दिनों से रिक्त बेड संख्या नहीं बता रहा प्रशासन
मरीजों के परिजनों को पता ही नहीं चल पा रहा कहां कितने बेड हैं खाली
अमरावती/प्रतिनिधि दि.22 – इससे पहले प्रशासन द्वारा रोजाना अमरावती शहर सहित जिले के विभिन्न कोविड अस्पतालों, हेल्थ सेंटरों व कोविड केयर सेंटरों में उपलब्ध कुल बेड संख्या के साथ-साथ वहां भरती मरीजों और फिलहाल रिक्त पडे बेड की संख्या से संबंधित जानकारी जारी की जाती थी. जिससे कोविड संक्रमण की चपेट में आनेवाले मरीजों सहित उनके परिजनों को यह देखने में काफी आसानी होती थी कि, उनके मरीज को कहां पर भरती कराया जा सकता है, किंतु विगत चार-पांच दिनों से प्रशासन द्वारा अचानक ही यह जानकारी देना बंद कर दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि, प्रशासन द्वारा रिक्त बेडों की संख्या के बारे में जानकारी जारी करने के बावजूद अधिकांश निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों व उनके परिजनों को यहीं जवाब दिया जाता था कि, फिलहाल उनके यहां कोई बेड रिक्त नहीं है. आये दिन इस तरह की शिकायतें सामने आने पर सबसे पहले दैनिक अमरावती मंडल ने ही इसे लेकर प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी और प्रशासन के ध्यान में यह बात लाकर दी थी कि, निजी अस्पतालों द्वारा उनके यहां रिक्त रहनेवाले बेड की संख्या बताने में कुछ हद तक गडबडी की जा रही है. किंतु इस खबर का असर यह हुआ कि, प्रशासन ने विगत चार-पांच दिनों से शहर सहित जिले के निजी कोविड अस्पतालों में भरती मरीजों व रिक्त बेड संख्या के बारे में जानकारी देना ही बंद कर दिया है. ऐसे में अब यह जानने का कोई रास्ता ही नहीं है कि, किस अस्पताल में वेंटिलेटर, आयसीयू, ऑक्सिजन व जनरल के कितने बेड खाली है और वहां पर कितने मरीज भरती है.
-
कॉल सेंटर से मिल सकती है जानकारी
इस बारे में जिला आपत्ति व्यवस्थापन प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिलाधीश शैलेश नवाल से संपर्क किये जाने पर उन्होंने बताया कि, जिला सूचना कार्यालय के जरिये सुबह 12 बजे तक कोविड अस्पतालों में रिक्त रहनेवाली बेड संख्या के बारे में जानकारी प्रसारित की जाती थी, जो सांध्य दैनिकों में शाम 6 बजे के आसपास प्रकाशित होती थी और प्रात:कालीन दैनिकों में दूसरे दिन सुबह वह जानकारी प्रकाशित की जाती थी. इस दौरान कई अस्पतालों में मरीजों को भरती करने का काम लगातार जारी रहता था और रिक्त बेडों की संख्या कम हो जाती थी. जिससे प्रशासन द्वारा जारी किये जानेवाले आंकडों को लेकर संभ्रम फैलता था. अत: फिलहाल उन आंकडों को जारी करने का काम बंद कर दिया गया है तथा जिला एवं मनपा स्तर पर कॉल सेंटर की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. जहां पर फोन करने के बाद मरीजों के परिजनों को जानकारी दी जायेगी कि, इस वक्त किस अस्पताल में कितने बेड उपलब्ध है.