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सुपर कोविड में बेड संख्या बढ़ाने की बात भी कही
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विभागीय संदर्भ अस्पताल में बेड की संख्या बढाएंगे
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 22 – जिले में कोरोना बाधितों की संख्या बढने की पृष्ठभूमि पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कर दी जा रही है. विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में 45 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है. रुग्णसेवा मुहैया करते समय सुरक्षितात के अन्य मुद्दों की भी दक्षता बरतनी चाहिए, इस तरह के निर्देश राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री यशोमती ठाकुर ने आज यहां दिये.
नाशिक स्थित अस्पताल में ऑक्सिजन की टंकी लिकेज होकर हुई दुर्घटना में 24 कोरोना बाधित मरीजों को जान गवानी पडी. इस दुर्घटना में मृत मरीजों के परिजनों के प्रति पालकमंत्री ने संवेदना व दुख व्यक्त किया. इसी के चलते उन्होंने आज विभागीय संदर्भ अस्पताल के जिला कोविड अस्पताल तथा डॉ.पंजाबराव देशमुख वैद्यकीय महाविद्यालय के अस्पताल को भेंट देकर वहां की व्यवस्था व ऑक्सिजन प्लाँट का मुआयना किया. जिलाधिकारी शैलेश नवाल, पीडीएमसी के अधिष्ठाता डॉ.अनिल देशमुख व अनेक वैद्यकीय अधिकारी आदि उपस्थित थे. जिला कोविड अस्पताल व पीडीएमसी स्थित ऑक्सिजन मुहैया करने वाली यंत्रणा सुस्थिति में है. फिर भी सतर्क रहना व समय समय पर जांच करना आवश्यक है. अस्पताल के ऑक्सिजन मुहैया कराने वाले यंत्र की नियमित देखरेख करने, जिसमें तकनीकी रुप से थोडी भी खामी न रखने के निर्देश दिये तथा इस तरह कुछ निदर्शन में आया तो वह तत्काल दूर करने के निर्देश पालकमंत्री ने इस समय संबंधितों को दिये. उन्होंने सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में इलाज कर रहे मरीजों के रिश्तेदारों के साथ संवाद साधा. इलाज कर रहे मरीज व उनके रिश्तेदारों से भेंट नहीं हो सकती तथा उन्हें संवाद साधने के लिए बाधा आती है. जिससे मरीजों की प्रकृति बाबत जानकारी रिश्तेदारों तक नहीं पहुंच सकती, ऐसे में मरीजों के परिजनों को उनकी प्रकृति बाबत पूछताछ करने के लिए एक स्वतंत्र टेलिफोन नंबर की सुविधा उपलब्ध कर देने के निर्देश उन्होेंनेे इस समय दिये.
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100 प्रतिशत खबरदारी आवश्यक
नाशिक के डॉ.झाकीर हुसैन अस्पताल की दुर्घटना काफी दुखदायी है, ऐसी दुर्घटना कही पर भी नहीं होनी चाहिए. उसके लिए हमने 100 प्रतिशत सावधानी बरतना आवश्यक है. उसके लिए सुरक्षितता की दृष्टि से यंत्रणा की समय समय पर जांच करने वाली कायम यंत्रणा तैयार करनी चाहिए, इस तरह के निर्देश पालकमंत्री ने दिये है. अस्पताल में सेवा देने वाले डॉक्टर्स व स्टॉफ के साथ उन्होंने संवाद साधा. पिछले सालभर हम सभी दिनरात जान की परवाह न करते हुए कोरोना के खिलाफ लढ रहे है. फिलहाल मुश्किल समय है. अपने स्वयं की सुरक्षितता का जतन कर हम सभी ने मिलकर इस मुश्किल समय पर मात करने अपना योगदान व रुग्ण सेवा इससे बडा कार्य नहीं है. सरकार हमारे साथ खंबीरता से खडी है, इस तरह की राहत उन्होंने स्वास्थ्य यंत्रणा के अधिकारी व कर्मचारियों को दी.