श्री गजानन सहकारी सूतगिरणी पर प्रशासक नियुक्त
विधायक प्रताप अडसड है सूतगिरणी के अध्यक्ष
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सूतगिरणी व्यवस्थापन में घोटाले के आरोप किये गये थे
अमरावती/प्रतिनिधि दि.22 – जिले के धामणगांव रेल्वे स्थित श्री गजानन सहकारी सूतगिरणी के संचालक मंडल को बर्खास्त कर प्रशासक नियुक्त करने का निर्णय वस्त्रोद्योग आयुक्त, नागपुर ने लिया है. विधायक प्रताप अडसड इस सूतगिरणी के अध्यक्ष है तथा पूर्व विधायक अरूण अडसड संचालक तथा सूतगिरणी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर विधायक प्रताप अडसड की बहन अर्चना अडसड यह कार्यरत है. सूतगिरणी में गैर व्यवहार की शिकायत पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप ने की थी. जिस पर 20 जुलाई को प्रशासक नियुक्ति के आदेश वस्त्रोद्योग आयुक्त शीतल तेली ने दिये है. इस तरह की जानकारी आज पत्रकार परिषद में पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप ने दी है. पत्रकार परिषद में उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख व विधायक बलवंत वानखडे उपस्थित थे.
पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप ने 10 अगस्त 2020 को वस्त्रोद्योग आयुक्त से इस बारे में शिकायत की थी. इस शिकायत के अनुसार वस्त्रोद्योग नागपुर के प्रादेशिक उपायुक्त ने जांच कर 6 जनवरी 2021 को अपनी रिपोर्ट पेश की थी. उसके अनुसार शासकीय भाग-भांडवल पूरी तरह से मिलने के बावजूद सूतगिरणी 44 प्रतिशत क्षमता पर चलायी गयी लेकिन प्रकल्प 100 प्रतिशत पूर्ण नहीं किया गया. शासकीय निवेश के बदले में संचालकों की ओर से 20 प्रतिशत अपनी संपत्ति सरकार के पास गिरवी न रखना और ऐसा करने के लिए स्पष्ट इन्कार किया गया था. इस शिकायत में यह भी आरोप किया गया था कि, श्री गजानन सहकारी सूतगिरणी का प्रकल्प खडे करने के लिए कर्ज न लेते हुए कैश क्रेडीट कर्ज लिया गया और समूची सूतगिरणी केवल उत्पन्न के लिए इस्तेमाल की गई. कपास व रॉ मटेरियल स्वयं खरीदी न करते हुए व्यापारी के माल पर सूत बनाकर नाममात्र स्वरूप में किराया लेकर सूतगिरणी का नुकसान बढाया. संचालकों को अग्रीम रकम देकर वापिस न लेना और ऐसा करने से संचालक पर अपात्रता की कार्रवाई न करने का भी आरोप किया गया है. वहीं लेखा परीक्षण के लिए नियम से ज्यादा रकम अदा की गई थी.
शिकायत में यह भी कहा गया है कि, सूतगिरणी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने वर्ष 2015 से 2020 इस समयावधि में लगातार अनुपस्थित रहकर महत्व का कर्तव्य नहीं निभाया, लेकिन वेतन मात्र पूरा उठाया है. पत्रकार परिषद में यह भी आरोप किया गया है कि, शिकायत पर जब प्रादेशिक उपायुक्त ने सुनवाई शुरू की, तब सुनवाई के दौरान संचालक व मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने कई बार टालमटोल कर संचालक सदस्य, कर्मचारी व वकील यह कोरोनाग्रस्त है, यह कहकर सुनवाई आगे धकेलने की बार-बार बिनती की गई, ऐसा दिखाई देता है. सुनवाई ऑनलाईन रखने पर इंटरनेट में तकनीकी बाधा रखना, आवाज न आना, ऑनलाईन कागजात पेश करना संभव नहीं, इस तरह के कारण बताकर टालमटोल किये जाने की बात दिखाई देती है. यह सुनवाई लगभग 10 बार आगे धकेलने का प्रयास किया गया, ऐसा दिखाई दिया. आरोप है कि, सूतगिरणी के पदाधिकारी जानबूझकर टालमटोल कर रहे थे. आखिर सुनवाई के बाद श्री गजानन सहकारी सूतगिरणी, धामणगांव रेल्वे का वर्तमान संचालक मंडल नियम के अनुसार सूतगिरणी का कामकाज चलाने में असमर्थ रहने का निष्कर्ष लगाते हुए संचालक मंडल को बर्खास्त कर सहायक निबंधक सहकारी संस्था, धामणगांव रेल्वे की प्रशासक के रूप में नियुक्ती करने के आदेश 20 जुलाई 2021 को जारी किये गये है.
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सहकारी संस्था सहायक निबंधक प्रशासक नियुक्त
महाराष्ट्र राज्य के आयुक्त वस्त्रोद्योग तथा अतिरिक्त निबंधक, सहकारी संस्था, नागपुर की श्रीमती शितल तेली ने अपने आदेश में श्री गजानन सहकारी सूत गिरणी मर्या. धामणगांव रेल्वे का संचालक मंडल बर्खास्त कर यहां प्रशासक के रूप में सहायक निबंधक सहकारी संस्था धामणगांव रेल्वे को नियुक्त किया गया है. सूतगिरणी का संचालक मंडल बर्खास्त होने से सहकार क्षेत्र में फिर एक बार सनसनी मची हुई है.