नागपुर/दि.6 – भगवान गौतम बुद्ध के विचारों को विश्वस्तर पर स्विकारा गया है. आने वाले समय में समता और बंधुभाव को बनाये रखने बौद्ध धम्म और विचार भी संविधान जितने ही महत्वपूर्ण है. इसलिए बुद्ध के विचार रोज मर्रा के जीवन में अपनाने की सलाह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यहां दी. वे दीक्षाभूमि पर धम्मचक्र प्रवर्तन दिन उपलक्ष्य आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बोल रहे थे. मंच पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले, उनकी पत्नी सीमा आठवले, डॉ. कमलताई गवई, स्मारक समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र गवई, सचिव सुधीर फूलझेले उपस्थित थे.
गडकरी ने कहा कि, बाबासाहब के कार्यों की तुलना मार्टीन लूथर किंग से की जा सकती है. संविधान के साथ ही बाबासाहब अर्थतज्ञ भी थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भर होने सामाजिक आर्थिक विकास का कार्य शुरु किया गया है. गडकरी ने स्पष्ट कहा कि, दीक्षाभूमि से सटी जगह के बारे में फालोअप लिया. पुरानी जमीन मिलने पर नई जगह नहीं मांगने का समिति ने लिखित करार किया था. इसलिए इस जगह के बारे में अभी कोई आश्वासन नहीं दे सकते. रामदास आठवले ने बुद्धिस्ट सक्रिट के साथ देश भर में सडके बनाने के नितिन गडकरी के कार्य की प्रशंसा की. आठवले ने यह भी कहा कि, नरेंद्र मोदी को संविधान के प्रति प्रचंड आदर है. आठवले ने दीक्षाभूमि से लगी जमीन दिलाने केंद्र से अनुरोध करने की बात कहीं.
* दीक्षाभूमि विकास हेतु 190 करोड
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दीक्षाभूमि को अ श्रेणी का दर्जा देने केंद्र से अनुरोध करने का आश्वासन दिया. यह भी कहा कि, 190 करोड के नये विकास प्रारुप को पखवाडे भर के अंदर मंजूर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदूमिल की जगह एक रुपया भी न लेते हुए दी. लंदन में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के घर को युती सरकार ने खरीदा. जापान के कोयासान विद्यापीठ में आंबेडकर के पुतले का अनावरण किया.