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जुगलकिशोर गिल्डा के किरायेदार बाधा निर्माण कर रहे थे
अमरावती प्रतिनिधि/दि. ८ – जयस्तंभ चौक स्थित जुगलकिशोर गिल्डा नामक व्यक्ति की शिकस्त इमारत गिराने के लिए मनपा ने नोटीस दिया था. परंतु गिल्डा के दो किरायेदार राजी नहीं थे. मनपा ने उन्हें ही इमारत गिराने के लिए कहा था. परंतु उच्च न्यायालय के निर्देश के आधार पर आखिर मनपा के तोडू दस्ते ने आज जयस्तंभ की उस शिकस्त इमारत को गिरा दिया.
जुगलकिशोर गिल्डा की ६० से ७० वर्ष पुरानी शिकस्त बिल्डिंग गिराने के लिए मनपा ने २०१८ में नोटीस थमाया था. गिल्डा की इस इमारत में जावरकर की जे.के. फर्निसिंग नामक ७०० चौरस फीट व गायकवाड की ५०० फीट याने १२०० चौरस फीट जगह में दुकान है. बारिश के मौसम में दवा बाजार के पास की एक इमारत गिर जाने के कारण एक व्यक्ति दबकर मर गया था. मनपा ने गिल्डा को उनकी इमारत गिराने के लिए कहा. गिल्डा ने इमारत गिराने की तैयारी दर्शायी. उन्होंने अपने भाग की इमारत गिरा भी दी थी. परंतु उनके दोनों किरायेदार इस बात के लिए राजी नहीं थे. तब गिल्डा ने मनपा को संबंधित चार्जेेस देते हुए बिल्डिंग गिराने को कहा, मगर विवादीत होने के कारण मनपा ने गिल्डा को ही इमारत गिराने को कहा था. इसके बाद अदालत ने इमारत गिराने के निर्देश दिये फिर भी मनपा ने मकान मालिक को ही इमारत गिराने के बारे में नोटीस दी. इसके बाद गिल्डा ने उच्च न्यायालय में कंटेम्ट दायर किया तब उच्च न्यायालय ने मनपा को वह इमारत गिराने के आदेश दिये तब मनपा आयुक्त के आदेश पर जोन क्रमांक २ के उपअभियंता सुहास चव्हाण, अतिक्रमण दल प्रमुख गणेश कुत्तरमारे, शाखा अभियंता अजय qवचुरकर, उमेश सवई, योगेश खोल्हे, अतिक्रमण पुलिस दल के विनोद गेडाम, भारत बघेल, किशोर कनोजे, राजेश घुरडे, जेसीबी चालक व अतिक्रमण विभाग के कर्मचारियों ने बुलडोजर की सहायता से आखिर आज जयस्तंभ चौक की वह विवादीत शिकस्त इमारत गिरा दी.