* विधायक पडलकर ने सीएम शिंदे को लिखा पत्र
* कभी भी भावनाएं भडकने को लेकर दी चेतावनी
मुंबई/दि.18– अभी जैसे-तैसे मराठा आरक्षण को लेकर जालना में मनोज जरांगे पाटिल द्बारा किए जाने वाले अनशन व आंदोलन का मसला हल हुआ है. वहीं अब राज्य में धनगर आरक्षण को लेकर जगह-जगह पर अनशन व आंदोलन होने शुरु हो गए. जिसकी वजह से राज्य सरकार के समक्ष अब एक नई चुनौती उपस्थित हो गई है. साथ ही भाजपा विधायक गोपीचंद्र पडलकर ने इस मुद्दे को लेकर सीएम शिंदे के नाम पत्र लिखते हुए चेतावनी दी है कि, यदि धनगर आरक्षण के मामले को लेकर जल्द से जल्द ध्यान नहीं दिया जाता, तो धनगर समाज की भावनाएं कभी भी भडक सकती है.
सीएम शिंदे के नाम लिखे गए पत्र में विधायक पडलकर ने कहा कि, आपसी संवाद के जरिए धनगर समाज के पत्र हल हो जाएंगे. ऐसी अपेक्षा है. परंतु इसमें देरी होने अथवा इसकी अनदेखी किए जाने की स्थिति में धनगर समाज की भावनाएं भडक भी सकती है. इस बात की सरकार ने अनदेखी नहीं करनी चाहिए. विधायक पडलकर ने राज्य सरकार के समक्ष धनगर समाज की 7 मांगे रखकर कहा कि, सरकार ने इन सभी मांगों को बेहद गंभीरता के साथ लेना चाहिए और इन मांगों की बिल्कुल भी अनदेखी नहीं करनी चाहिए. अन्यथा धनगन समाज की भावनाएं बडे पैमाने पर आहद हो सकती है और यदि धनगर समाज की भावनाएं भडकती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर ही रहेगी. इस बात से सरकार ने अनभिज्ञ भी नहीं रहना चाहिए.
इसके अलावा विधायक गोपीचंद पडलकर ने यह भी कहा कि, जिस तरह से औरंगाबाद व उस्मानाबाद शहर व जिलों का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर व धाराशिव किया गया है, उसी तरह से अहमदनगर का नाम जल्द से जल्द बदलकर पुण्यश्लोक अहिल्या देवी नगर करने हेतु आवश्यक कार्रवाई की जाए.