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फॉरेन्सीक ऑडिट के लिए नागपुर की एजेन्सी तय

मामला जिला बैंक के 3.39 करोड के कमीशन घोटाले का

  • आर्थिक अपराध शाखा ने जारी किया पत्र, जांच को मिलेगी गति

अमरावती/प्रतिनिधि दि.10 – स्थानीय जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के आर्थिक व्यवहारों का फॉरेन्सीक ऑडिट करने हेतु अंतत: एक एजेन्सी को तय कर लिया गया है. विगत एक माह से एजन्सी के चयन का मामला अटका पडा था. लेकिन अब जिला उपनिबंधक द्वारा चुनी गई नागपुर की वी. वाय. सगदेव एन्ड कंपनी के साथ आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक द्वारा पत्र व्यवहार किया गया. ऐसे में अब अगले एक-दो दिन में बैंक के व्यवहारों का फॉरेन्सीक ऑडिट शुरू किया जायेगा.
बता दें कि, जिला बैंक द्वारा अपने पास जमा 700 करोड रूपये एक म्युच्युअल फंड कंपनी में निवेश किये गये थे और इस व्यवहार के बदले 3 करोड 39 लाख रूपयों की दलाली दी गई थी, जबकि नियमानुसार इस निवेश के ऐवज में कोई ब्रोकरेज नहीं दिया जाना था. ऐसे में बैंक के साथ आर्थिक जालसाजी होने को लेकर बैंक के प्राधिकृत अधिकारी व जिला उपनिबंधक संदीप जाधव ने सिटी कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करायी थी. जिसके आधार पर बैंक के तत्कालीन सीईओ सहित कुल 11 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कियेे गये थे और विगत 17 जून को मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई थी. पश्चात आर्थिक अपराध शाखा ने जिला उपनिबंधक से मामले की जांच हेतु फॉरेन्सीक ऑडिट करवाये जाने की मांग की और जिला उपनिबंधक द्वारा गत रोज ही पैनलाईज्ड संस्थाओं में शामिल वी. वाय. सगदेव एन्ड कंपनी के नाम पर अंतिम मूहर लगायी. जिसके पश्चात आर्थिक अपराध शाखा के निरीक्षक शिवाजी बचाटे ने इस मामले को लेकर ऑडिटर कंपनी के साथ पत्र व्यवहार करते हुए कहा कि, जिला बैंक द्वारा 1 अप्रैल 2017 से 31 दिसंबर 2020 के दौरान म्युच्युअल फंड में किये गये निवेश का फॉरेन्सीक ऑडिट किया जाये और इसकी रिपोर्ट भी जल्द से जल्द दी जाये. इस फॉरेन्सीक ऑडिट में बैंक द्वारा किये गये सभी व्यवहारों की गहन जांच-पडताल की जायेगी.

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