अमरावती प्रतिनिधि/दि.18 – दिल्ली में शुरु रहने वाले किसान आंदोलन के समर्थन में अमरावती जिले में आज किसान संघर्ष समन्वय समिति ने रेलवे रोकों आंदोलन की घोषणा की थी. इस आंदोलन को देखते ही सुबह से ही बडनेरा में पुलिस का कडा बंदोबस्त लगाया गया था. रेल रोकने के लिए आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक तक पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
किसान विरोधी कृषि कानून रद्द करने व समर्थन मूल्य का कानून बनाने की मांग के लिए पूरे 89 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन शुरु है. केंद्र सरकार इन किसानों की मांगों को पूर्ण नहीं कर रही. वहीं आंदोलनकारी भी अपनी आंदोलन की भूमिका पर कायम है. स्वतंत्र कृषि प्रधान देश में किसान आंदोलन कर रहे है. इस आंदोलन को समर्थन देते हुए किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन, आम आदमी पार्टी, सत्याग्रह किसान संगठन, किसान ब्रिगेड, वंचित बहुजन आघाडी, किसान आझादी आंदोलन, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन, संतरा बागायतदार संगठन, किसान सेवा संघ, आयटक, सीटू, मुस्लिम लीग, श्रमिक बांधकाम कामगार संगठन, स्वराज इंडिया, बहुजन संघर्ष समिति, मराठा सेवा संघ, संभाजी ब्रिगेड आदि संगठनों ने आज रेल रोको की चेतावनी दी थी, लेकिन आंदोलन से पहले ही पुलिस ने आंदोलनकारी तुकाराम भस्मे, अशोक सोनारकर, महेश देशमुख, रुपेश जव्हेरी, आनंद आमले, सुनील मेटकर, महादेव गारपवार, विजय रोडगे,, लक्ष्मण धाकडे, संजय मांडवधरे, चंद्रकांत वडसकर, निलकंठ ढोके, विनोद जोशी, दिगंबर नगेकर, नंदू नेतनराव, शरद मंगले, चंदू बानुबाकोडे, जे.एम.कोठारी, एड.धनंजय तोटे, अक्षय बोबडे, विनोद तरेकर, प्रफुल्ल देशमुख, उमेश मेशकर, वसंत पाटिल, संतोष रंगे, शेखर बद्रे आदि को गिरफ्तार किया.