अकोला के कृषि विद्यापीठ ने तैयार किया फार्मूला
अब मिलेगी संतरा, गुलाब, महुआ फूल की ‘रेड वाइन’
अकोला/दि.15 – अंगूर से बनी वाइन के बारे में आप ने सुना होगा, किंतु अब संतरा, गुलाब, मोहा फूल, बेल और जामून से बनी स्वास्थ्य वर्धक और गुणवत्तापूर्ण रेड वाइन मिलेगी. अकोला स्थित डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्व विद्यालय ने वाइन हेतु फार्मूला बना दिया हैं.
विदर्भ में 1 लाख 35 हजार हेक्टयर में संतरा हैं. संतरा की रेड वाइन अब बनाई जा सकेगी. जिसमें 80 प्रतिशत संतरा और 20 प्रतिशत अंगूर के साथ शहद का भी उपयोग कर स्वास्थ्यवर्धक वाइन तैयार करने का फार्मूला पीकेवी के संशोधक डॉ.एस.आर. पाटील ने तैयार किया हैं. वाइन में इथिल अल्कोहल का प्रमाण 12 प्रतिशत हैं. किसी भी कृत्रिम पदार्थ, घटक, अल्कोहल का उपयोग करे बगैर शुद्ध संतरा, अंगूर, जामून, बेल, गुलाब और महुआ के फूलों से रेड वाइन तैयार की गई हैं. इसमें डॉ. एस.आर. दलाल ने मोहा फूलो, गुलाब फूलों की वाइन का फार्मूला विकसित किया हैं. कुलगुरु डॉ. शरद गडाक ने बताया कि, उत्तम प्रकार की स्वास्थ्यवर्धक वाइन हेतु तकनीक विकसित की हैं. इससे व्यवसाय भी किया जा सकता हैं. यह तकनीक व्यवसाय के लिए उपलब्ध कराई जा सकती हैं.
* अल्कोहोल कितना !
बीअर में 8 से 12 प्रतिशत अल्कोहल होता हैं. मध्यम प्रकार की शराब में 12 से 18 प्रतिशत और कडक नशा करने वाली दारु में 46 प्रतिशत अल्कोहल रहता हैं.
* आदिवाासियों को काम
मोहा फूल से उत्तम किस्म की स्वास्थ्य वर्धक वाइन तैयार की जाती हैं. जिसमें खनिज, प्रोटिन, जीवनसत्व हैैं, इससे जनजातीय क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल सकेगा.
* गुलाब और महुआ की वाइन में गुणधर्म
गुलाब और महुआ से तैयार रेड वाइन स्वास्थ्यवर्धक हैं. हड्डियां मजबूत होती हैं. पचन क्रिया अच्छी रहती हैं. तरोताजा लगता हैं, सक्रियता बढाने में मददगार हैं.