-
आयात शुल्क कम होने से सस्ते हुए खाद्य तेल
अमरावती/प्रतिनिधि दि.21 – विगत अगस्त माह के दौरान खाद्य तेलों की दरों में जबर्दस्त उछाल आया था और विगत दो वर्षों की तुलना में खाद्य तेलों ने अपने सर्वोच्च स्तर को छू लिया था. खाद्य तेलों की लगातार बढती कीमतों के चलते सर्वसामान्य नागरिकों का बजट गडबडाने लगा था. वहीं पर्व एवं त्यौहार के समय को देखते हुए खाद्य तेलों की कीमतों को नियंत्रित करने हेतु सरकार द्वारा आयात शुल्क को घटाया गया. जिससे खाद्य तेलों की कीमतों में प्रति लीटर 10 रूपये की कमी आयी है. ऐसे में इसे ऐन दीपावली से पहले आम उपभोक्ताओं के लिए राहतवाली खबर माना जा रहा है.
ज्ञात रहे कि, अगस्त माह में खाद्य तेलों की दरें सर्वाधिक रही. जिसके बाद सोयाबीन की नई फसल निकलने की शुरूआत होने पर कीमतों में थोडी-बहुत कमी आयी. किंतु पर्व व त्यौहारों में तेल का प्रयोग बढ जाने के चलते ऐन दीपावली के समय खाद्य तेलों की दरों में और भी अधिक इजाफा होने की संभावना बन गयी थी. जिसके मद्देनजर सरकार ने आयात शुल्क को घटा दिया, ताकि खाद्य तेलों की दरों को नियंत्रित रखा जा सके. ऐसे में इस समय सभी तरह के खाद्य तेलों के दाम 10 रूपये प्रती लिटर से घट गये है. जिसके चलते दीपावली में खाद्य तेलों पर होनेवाले खर्च में कुछ राहत मिलेगी.
-
पुराने स्टॉक की वजह से अब भी कुछ तेजी कायम
जहां एक ओर सरकार द्वारा आयात शुल्क को घटाकर खाद्य तेलों के दामों को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर कई तेल व्यवसायियों के पास इससे पहले उंचे दामों पर खरीदे गये तेल का स्टॉक है. ऐसे में यदि वे नई दरों के हिसाब से तेल की बिक्री करते है, तो उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड सकता है. इस वजह को आगे करते हुए फिलहाल कई व्यापारियों द्वारा तेलों के दाम घटाये नहीं गये है. जिसकी वजह से बाजार में अब भी कुछ हद तक तेजी है. किंतु अनुमान है कि, जल्द ही आयात शुल्क घटाये जाने का प्रभावी असर दिखाई देगा.