अंबानगरी में अजय लालवानी का जोरदार स्वागत
२०१० किमी साइकिल से सफर करने का बनाया रिकार्ड
अमरावती/दि.७ – विश्व विकलांग दिवस के उपलक्ष्य में नेत्रहिन अजय लालवानी ने १२ दिनों में दादर-गोंदिया २०१० किमी साइकिल से सफर करते हुए रिकार्ड बनाया है. उनके इस कार्यों की दखल लेते हुए राज्य की महिला व बाल कल्याण मंत्री तथा पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के हाथों सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर जिलाधिकारी शैलेश नवाल, विधायक सुलभा खोडके, विधायक बलवंत वानखडे, राजकुमार पटेल ,जितू ठाकूर, यावली शहीद के पंकज देशमुख,सागर देशमुख, हरीष मोरे, आर्मी एक्स मँन व आयन बॉल के विदर्भ प्रभारी वैभव पवार,पत्रकार राजेंद्र ठाकरे, कंचनताई मुरके,सामाजिक कार्यकर्ता विशाल पवार मौजूद थे.
बता दें कि अजय लालवानी यह जन्म से ही नेत्रहिन है. इसके बावजूद उन्होंने अनेक खेल प्रकारों में अपनी काबलियत का लोहा मनवाया है. बृहन्मुंबई के मनपा विभाग में आपदा प्रबंधन में नौकरी पर रहनेवाले अजय ने अक्टूबर २०१८ में ताश्कंद में हुई नेत्रहिनों व मूकबधिरों की विश्व जूडो स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व किया. जून २०१९ में हिमालय के फ्रेंडशीप पीक व अगस्त २०१९ में मुंबई-गोवा १२०० किमी की दूरी साइकिल से सात दिनों में पार की. लगातार दो सालों तक तैराकी स्पर्धा में राज्य व विभाग स्तर पर फ्री स्टाईल, ब्रेस्ट स्ट्रोक व बटर फ्लाय प्रकार में मेडल जीते है. दिव्यांगों की राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व भी किया व तीन ओपन मैरेथॉन स्पर्धा में सहभाग भी लिया है. वह दादर के श्री समर्थ व्यायाम मंदिर में बीते चार वर्षों से मलखांब की प्रैक्टीस कर रहे है. अब मुंबई से गोंदिया और वापस २०१० किमी दूरी साइकिल पर १२ दिनों में पार किया. बीते गुरुवार ३ दिसंबर की तड़के चार बजे दादर के छत्रपति शिवाजी महाराज क्रीड़ागण के श्री समर्थ व्यायाम मंदिर के सामने से उसकी एतिहासिक साइकिल दौड़ शुरू की थीं. उसे प्रा. संदेश चव्हाण, गोपीनाथ आरज (41), भगवान पाटील (35),प्रा.प्रशांत देशमुख (35), प्रथमेश अडवडे (20),निरंकार पगडे(13), मंदार पाटील (18), गणेश सोनावणे (22), रितिक कासले (18), अण्णासाहेब घुमरे (49) सहयोग दिया है. रोजाना लगभग १७० किमी दूरी पर कर वे नासिक, धुलिया, दाताले, अमरावती व नागपुर इन पांच जगहों पर रात के समय में रूक रहे है. ८ दिसंबर को गोंदिया में पहुंचकर ९ दिसंबर को वापसी का सफर आरंभ करेंगे. इसी मार्ग से १४ दिसंबर की शाम मुंबई पहुंचेगे. अजय का अगला सपना अक्टूबर २०२१ में कश्मीर से कन्याकुमारी ३७०० किमी दूरी साइकिल से २५ दिनों में पार करने का है. लिम्का बुक ऑफ रेकार्डस में भी उसका पंजीयन किए जाने की जानकारी उसने दी. इस समय अमीत पवार, युवा संवाद प्रतिष्ठान के पदाधिकारी मौजूद थे.