अजीत दादा का बडा रहस्योद्घाटन
शरद पवार ने ही कहा सरकार में चले जाओ, मैं इस्तीफा दे रहा हूं
रायगढ दि.1– उपमुख्यमंत्री अजीत दादा पवार ने दावा किया कि शरद पवार ने ही उनसे कहा था कि वे इस्तीफा दे रहे हैं. अजीत भाजपा के साथ सरकार में चले जाए. अजीत दादा ने यह बडा दावा कर्जत के चिंतन शिविर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किया. उन्होंने कहा कि उनकी शरद पवार से इस चर्चा के समय सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल भी मौजूद थे. अजीत दादा ने सवाल उठाया कि शरद पवार ने उन्हें अंधेरे में क्यों रखा.
* वह आंदोलन नियोजित
अजीत पवार ने कहा कि राकांपा की बैठक में सब तय हुआ था. पवार के त्यागपत्र पश्चात वायबी चव्हाण सेंटर के बाहर हुआ प्रदर्शन नियोजित था. जिसके कारण शरद पवार ने अपना पार्टी अध्यक्ष पद का त्यागपत्र पीछे लिया था. उन्होंने कहा कि मुझे पवार ने एक बात कही और दूसरे को अन्य. खुद ही त्यागपत्र की घोषणा की और फिर उसे रद्द भी किया. अजीत पवार ने दावा किया कि शरद पवार के कहे अनुसार सुप्रिया सुले को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के लिए सभी तैयार थे.
* अनिल देशमुख भी हमारे साथ आनेवाले थे
राकांपा अजीत पवार गुट के प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने यह कहकर खलबली मचा दी कि अनिल देशमुख भी सभी बैठकों में साथ थे, वे भी हमारे साथ महायुति सरकार के समर्थन में आनेवाले थे. मंत्री पद नहीं मिलने से उन्होंने निर्णय पीछे लेने का दावा पवार ने किया. यहां मीडिया से बातचीत में अजीत दादा ने दावा किया कि उन्हें तुरंत मंत्रीमंडल में लेने में हमारी विश्वसनीयता पर प्रश्न खडे हो जाते इसलिए उनका नाम मंत्री पद की सूची से काटना पडा. दादा ने दावा किया कि अनिल देशमुख ने उनसे कहा था कि मैं मंत्री नहीं बन सकता तो, मैं आपके साथ नहीं हूं, यह बात पत्थर की लकीर समान है.
* बदनामी करने वाला व्यक्ति नहीं
अजीत दादा ने यह भी कहा कि वे किसी की बदनामी करने वाले लोग नहीं है. उसी प्रकार किसी को भी छोटा समझना भी उनकी सोच नहीं है. किसी की प्रताडना करने का प्रयत्न नहीं है. हमने मंत्रीमंडल में प्रवेश पश्चात हमारे नेताओं को चव्हाण प्रतिष्ठान में बुलाया गया था. उल्लेखनीय है कि अनिल देशमुख शरद पवार गुट के साथ हैं. वे उद्धव ठाकरे की मविआ सरकार में गृह मंत्री थे. उन्हें पुलिस आयुक्त के दावे की वजह से जेल भी जाना पडा था.
* सातारा, बारामती में लडेंगे
अजीत दादा ने कहा कि राकांपा लोकसभा में सातारा, शिरुर, बारामती, रायगढ में अवश्य प्रत्याशी उतारेगी. अन्य कुछ लोकसभा क्षेत्र भी महायुति में पार्टी अपने फेवर में लेगी. बाकी कौन क्या करता है, इससे हमें लेना-देना नहीं. उन्होंने इस बात का पुनरुच्चार किया कि अनिल देशमुख सभी मिटिंगों में मेरे साथ थे. देशमुख को मंत्री बनना था. मैं क्यों झूठ बोलूंगा. भाजपा ने देशमुख के नाम को इंकार कर दिया. जिससे वे हमारे साथ नहीं आए.
* संभाजीनगर में आने नहीं देंगे
मराठा मोर्चा ने छगन भुजबल के बाद अब अजीत दादा को लेकर भी भूमिका कठोर करते हुए छत्रपति संभाजीनगर में दादा को नहीं आने देने की घोषणा कर दी है. मराठा मोर्चा के कार्यकर्ता जगह-जगह आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल का विरोध कर रहे हैं. उन्हें काले झंडे बता रहे हैं.
* दादा सीएम बने, यह जनता की इच्छा
उधर भुजबल ने कहा कि ग्राम पंचायत चुनाव में जनता ने दिखा दिया कि सरकार के साथ जाने का फैसला सही है. उसी प्रकार अब महाराष्ट्र की जनता अजीत पवार को मुख्यमंत्री के रुप में देखना चाहती है. अपने ही दूसरे गट के नेता उन्हें शुभकामनाएं भी नहीं दे पा रहे. उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. किंतु उनका इशारा शरद पवार गुट की तरफ था. कर्जत में आयोजित अजीत पवार गट के अधिवेशन के दूसरे दिन छगन भुजबल बोल रहे थे. कल भुजबल की गाडी यहां मराठा कार्यकर्ताओं ने अडा दी थी.