* दोनों पानी पीने के लिए उतरे से ट्रेन से नीचे
अकोला/दि.17– अकोला रेलवे स्टेशन पर कल एक बार फिर चलती ट्रेन को पकडने के चक्कर में हादसा होते-होते बचा. साथ ही आरपीएफ दल की सतर्कता के चलते एक बाप-बेटे की जान को बचाया गया.
जानकारी के मुताबिक अकोला रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 1 पर मंगलवार की दोपहर 12.36 बजे गाडी संख्या 12880 भुवनेश्वर-एलटीटी एक्सप्रेस आकर रुकी. इस ट्रेन में कटक से मनमाड तक यात्रा कर रहे साहू परिवार में से सौरभ साहू व उनका बेटा शरद साहू पीने के लिए पानी लेने हेतु ट्रेन से प्लेटफार्म पर उतरे. लेकिन जब यह बाप-बेटे पानी की बोतल भर रहे थे उसी समय ट्रेन ने आगे बढना शुरु कर दिया. ऐसे में दोनों बाप-बेटे दौडते हुए अपने डिब्बे तक पहुंचे और डिब्बें में चढने का प्रयास करने लगे. लेकिन दोनों के हाथ पानी में भीगकर गीले थे. ऐसे में डिब्बे के दरवाजे पर लगे लोहे की रॉड से उनका हाथ फिसल गया और दोनों चलती ट्रेन से प्लेटफार्म पर गिर पडे. इस समय प्लेटफार्म पर ड्यूटी हेतु तैनात आरपीएफ निरीक्षक यूनुस खान, उपनिरीक्षक एस.एम. शाहू व सहायक उपनिरीक्षक पाटिल ने बाप-बेटे को ट्रेन से नीचे गिरते देखा, तो उन्होंने तुरंत आगे बढकर शरद साहू को नीचे गिरने से बचाया लेकिन तब तक सौरभ साहू रेलवे पटरी पर प्लेटफार्म के बीच रहनेवाली जगह पर गिर चुके थे. ऐसे में पीआई यूनुस खान ने तुरंत प्लेटफार्म की फर्श पर लेटकर सौरभ साहू का धाडस बंधाते हुए प्लेटफार्म की दीवार से चिपके रहने के लिए कहा. जिसका सौरभ साहू ने पालन भी किया. इस समय तक ट्रेन के चालक तक इस घटना का संदेश वॉकीटॉकी के जरिए दे दिया गया था. जिसके चलते ट्रेन को रुकवा दिया गया और सौरभ साहू को तुरंत पटरी व प्लेटफार्म के बीच से बाहर निकाला गया. यह पूरी बात समझ में आते ही ट्रेन मेें बैैठी सौरभ साहू पत्नी व बेटी ने रोनाधोना शुरु कर दिया. लेकन उन्हें जैसे ही पता चला कि दोनो पिता-पुत्र सुरक्षित है, तो उन्होंने राहत की सांस ली. साथ ही साहू परिवार ने आरपीएफ अधिकारियों के प्रति आभार भी ज्ञापित किया. चूंकि ट्रेन के नीचे गिरे दोनों पिता-पुत्र को चोटे नहीं आई थी और वे पूरी तरह सुरक्षित थे. ऐसे में उन्हें उनके परिवार सहित उसी ट्रेन से मनमाड के लिए रवाना किया गया.
उल्लेखनीय है कि हालफिलहाल के दिनों में अकोला रेलवे स्टेशन पर यह इस तरह की दूसरी-तीसरी घटना है. जिसमें आरपीएफ ने सतर्कता बरततें हुए ट्रेन से नीचे गिरनेवाले लोगों की जान बचा लिए. इसके लिए अकोला आरपीएफ की प्रशंसा हो रही है.