शहर सहित जिले में सभी दवाखाने व अस्पताल रहे बंद
-
आयुर्वेदिक शल्यक्रिया के खिलाफ आयएमए के डॉक्टरों ने की हडताल
-
सुबह 6 से शाम 6 तक सभी की ओपीडी रही बंद
-
एमबीबीएस छात्रों व रेसीडेंट डॉक्टरों ने भी लिया हडताल में हिस्सा
अमरावती/प्रतिनिधि दि. ११ – हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसीन द्वारा एक परिपत्रक जारी कर एमएस की पदवी प्राप्त करनेवाले आयुष डॉक्टरों को 56 प्रकार की शल्यक्रिया करने देने की अनुमति प्रदान की गई. जिसका विरोध करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार 11 दिसंबर को काम बंद आंदोलन किया गया. इस दिन अमरावती शहर सहित जिले के 850 से अधिक डॉक्टरों ने हडताल पर जाते हुए अपने दवाखानों व क्लिनीक को बंद रखा. जिसमें एमबीबीएस विद्यार्थियों व निवासी डॉक्टरों ने भी हिस्सा लिया. ऐसे में शुक्रवार को पूरा दिन स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था काफी हद तक चरमरायी रही.
बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लिये गये निर्णय के खिलाफ आयएमए द्वारा विगत 2 दिसंबर से सतत आंदोलन किया जा रहा है और 8 दिसंबर को समूचे महाराष्ट्र के डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया. ऐसे में अब शनिवार 11 दिसंबर को आयएमए के साथ संलग्नित सभी डॉक्टरों ने काम बंद आंदोलन करते हुए अपने दवाखानों, क्लिनीक होम व नर्सिंग होम की ओपीडी को बंद रखा. हालांकि इस दौरान आयसीयू, दुर्घटना कक्ष एवं कोरोना कक्ष में स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवा बदस्तुर जारी रही.