कोविड को लेकर पहली बार हुई सर्वदलीय बैठक
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पालकमंत्री की अध्यक्षता में सांसद सहित सभी विधायक रहे उपस्थित
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कोविड संक्रमण की चुनौती सहित साधनों की किल्लत से निपटने पर हुआ विचार-विमर्श
अमरावती/प्रतिनिधि दि.23 – विगत एक वर्ष से चल रहे कोविड संक्रमण काल के दौरान इस संकट से निपटने और समाधान के बारे में विचार-विमर्श करने हेतु पहली बार जिले के सर्वदलीय जनप्रतिनिधियों की बैठक जिलाधीश कार्यालय में आयोजीत हुई. जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजीत इस बैठक में जिले की सांसद नवनीत राणा सहित सभी विधायक उपस्थित रहे. साथ ही इस बैठक में जिलाधीश, निवासी जिलाधीश, मनपा आयुक्त, शहर पुलिस आयुक्त व जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक की भी उपस्थिति रही. ऐसे में सभी जनप्रतिनिधियों एवं प्रमुख अधिकारियों द्वारा पहली बार एकसाथ बैठकर कोविड संक्रमण की वजह से उपजे हालात का जायजा लेने के साथ ही मौजूदा संकट से निपटने और इसका हल खोजने को लेकर आपसी विमर्श किया गया.
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ऑक्सिजन की व्यवस्था करने विशेष निधी से 2 करोड रूपये
इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि, इस समय अमरावती जिले में जिस रफ्तार से कोविड संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. उसे देखते हुए ऑक्सिजन एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत महसूस हो रही है और रोजाना उपलब्ध होनेवाले स्टॉक से जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है. अत: जिले में कृत्रिम ऑक्सिजन की व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु सभी विधायकों ने उन्हें कोविड हेतु प्राप्त 1 करोड रूपये की विशेष निधी में से 20-20 लाख रूपये जिला प्रशासन को देने चाहिए. जिस पर सभी विधायकों ने अपनी सहमति दर्शायी. ऐसे में अब आठ विधानसभा सदस्यों व दो विधान परिषद सदस्यों की निधी से जिला प्रशासन के पास ऑक्सिजन प्लांट हेतु दो करोड रूपयों की निधी उपलब्ध हो जायेगी.
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शहर से 10 किमी दूर नागपुर हाईवे पर बनेगी अस्थायी श्मशान भूमि
इस बैठक में यह भी तय किया गया कि, कोविड संक्रमण की वजह से मृत हुए लोगों के शवों पर अंतिम संस्कार करने हेतु नागपुर हाईवे पर अमरावती शहर से 10 किमी दूर दस एकड सरकारी जमीन पर अस्थायी श्मशान भूमि बनायी जायेगी. जहां पर गैस शवदाहिनी का भी इंतेजाम किया जायेगा, ताकि शहर की रिहायशी बस्तियों के बीच स्थित श्मशान भूमियों में कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार न करना पडे. बता दें कि, विगत एक वर्ष से हिंदू मोक्षधाम में कोरोना मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. जहां पर अंतिम संस्कार हेतु जगह व साधन कम पडने की वजह से शहर की अन्य श्मशान भूमियों में भी कोविड मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार करने का निर्णय प्रशासन द्वारा लिया गया. जिसका स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा विरोध किया जा रहा था. ऐसे में इस आपात बैठक के दौरान कोविड मृतकों के अंतिम संस्कार हेतु अस्थायी श्मशान भूमि बनायी जायेगी.
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खाली बैठे कर्मचारियों को लगाया जायेगा कोविड ड्यूटी पर
जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा बुलायी गयी इस आपात बैठक में यह भी कहा गया कि, इस समय सरकार द्वारा अत्यावश्यक सेवाओं को छोडकर शेष सभी सरकारी कार्यालयों में महज 15 फीसदी कर्मचारियों के साथ कामकाज करने का आदेश जारी किया गया है. वहीं कई सरकारी महकमे ऐसे भी है, जहां कोरोना व लॉकडाउन काल के दौरान कोई काम नहीं है और वहां के सभी कर्मचारी खाली बैठे है. वहीं दूसरी ओर कोविड संबंधी कामकाज में मनुष्यबल का अभाव देखा जा रहा है और स्वास्थ्य सेवा के कर्मचारी लगातार एक साल से काम करते हुए काफी हद तक थक गये है. ऐसे में अब अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को कोविड संबंधी कामों में लगाया जायेगा.
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रेमडेसिविर की हो रही कालाबाजारी
इस बैठक में उपस्थित सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, इस समय अमरावती शहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हो रही है और यहां से बेहद उंचे दामों पर यह इंजेक्शन मुंबई व नागपुर जैसे बडे शहरों में भेजा जा रहा है. इसके लिए शहर में बाकायदा एक रैकेट काम करता है, जो फोन पर कोडवर्ड के जरिये अपने काम को अंजाम देता है. अत: मामले की जांच होनी चाहिए.
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जल्द नियंत्रित और सामान्य होंगे हालात
इस बैठक के दौरान स्थानीय विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, कोविड संक्रमण की स्थिति को लेकर जिलाधीश के साथ ही आयएमए, इर्विन व पीडीएमसी के डॉक्टरों के साथ लगातार बैठकों का दौर जारी है. इस समय हमें जितनी जरूरत है, गिनकर उतने ही ऑक्सिजन व रेमडेसिविर का स्टॉक हमारे पास उपलब्ध होता है. इसे बढाने हेतु हम युध्दस्तर पर प्रयास कर रहे है, ताकि जल्द से जल्द हालात नियंत्रित और सामान्य हो सके. सभी नागरिकों को भी चाहिए कि, वे त्रिसूत्री नियमों का पालन करते हुए सरकार एवं प्रशासन के साथ सहयोग करे.
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समूचित उपाय योजनाओं की जरूरत
विगत एक वर्ष से लगातार प्रयास करने के बावजूद हालात अब तक संभले नहीं है और स्थिति पूरी तरह से अनियंत्रित न हो, इस हेतु समूचित एवं व्यवस्थित उपाय योजनाएं करना जरूरी है. ऐसा प्रतिपादन करने के साथ ही दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे ने कहा कि, उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोविड हेतु प्राप्त विशेष निधी के जरिये कोविड सेंटर बनाने के साथ ही वहां पर तमाम आवश्यक प्रबंध भी उपलब्ध कराये है.
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इर्विन के साथ ही भातकुली में भी हो ऑक्सिजन की व्यवस्था
इस बैठक में इर्विन अस्पताल के ऑक्सिजन प्लांट हेतु अपनी विशेष निधी से 20 लाख रूपये देने की तैयारी दर्शाने के साथ ही विधायक रवि राणा ने भातकुली में भी ऑक्सिजन की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 5 लाख रूपये की निधी देने की घोषणा की. साथ ही कहा कि, उन्होंने कोरोना संक्रमित मृतकों पर अंतिम संस्कार करने हेतु शहर से बाहर किसी निर्जन स्थान पर अस्थायी श्मशान भूमि बनाये जाने की मांग की थी. जिसे प्रशासन द्वारा स्वीकार किया गया. यह अच्छी बात है.
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हालात से निपटने स्थिति का लिया गया जायजा
इस आपात बैठक के तुरंत बाद बुलायी गयी पत्रवार्ता में बैठक का ब्यौरा देते हुए जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, इस समय परिस्थिति बेहद कठीन है और जिले में कहां पर क्या समस्या आ रही है, यह जानने के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया था. जिसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ मिलकर समस्या का समाधान ढूंढने पर विचार-विमर्श किया. साथ ही ऑक्सिजन व रेमडेसिविर के साथ-साथ कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की उपलब्धता हेतु सभी के द्वारा प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया है. पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि, अमरावती जिले में इस समय पर्याप्त बेड उपलब्ध है. फिर भी संक्रमितों की लगातार बढती संख्या को देखते हुए बेड बढाने के लिए आवश्यक प्रयास किये जा रहे है. साथ ही इस समय रोजाना 16 से 17 टन कृत्रिम ऑक्सिजन की जरूरत पड रही है और हमें रोजाना केवल 10 से 12 टन ऑक्सिजन मिल रहा है. ऐसे में एफडीए से निरंतर संपर्क व संवाद जारी है.
इसके अलावा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि, कल से समूचे राज्य में ‘स्टीम सप्ताह’ मनाया जा रहा है. अत: सभी नागरिकों को चाहिए कि, वे मास्क व सैनिटाईजर का प्रयोग करने के साथ ही बाहर से घर लौटने पर और रात को सोने से पहले स्टीम यानी भांप जरूर ले, ताकि वे कोविड संक्रमण की चपेट में आने से बचे रह सके. उन्होंने जिले के सभी नागरिकों के नाम संदेश देते हुए कहा कि, सरकार एवं प्रशासन द्वारा हर एक व्यक्ति की जान बचाने हेतु तमाम जरूरी कदम उठाये जा रहे है. ऐसे में अब सबसे बडी जिम्मेदारी खुद नागरिकों की है कि, वे सरकार एवं प्रशासन की ओर से जारी किये जानेवाले दिशानिर्देशों का पालन करें.
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एक वर्ष के कामों सहित मौजूदा चुनौतियों की हुई समीक्षा
जिलाधीश शैलेश नवाल ने इस आपात बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि, इस बैठक के जरिये प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने हेतु विगत एक वर्ष के दौरान किये गये कामों की समीक्षा करने के साथ ही इस समय मौजूद चुनौतियों का सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रशासन के साथ बैठकर जायजा लिया गया और मौजूदा स्थिति से निपटने हेतु कारगर रणनीति तैयार करने पर विचार-विमर्श किया गया. हम कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु बेहतरीन व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के साथ ही कोविड संक्रमण की चेन को तोडने के लिए तमाम प्रयास कर रहे है, ताकि संक्रमितों की संख्या जल्द से जल्द कम हो सके और एक समय ऐसा भी आये जब कोविड अस्पतालों की जरूरत ही न पडे. इस हेतु सभी जिलावासियों को प्रशासन के साथ मिलकर काम करना होगा और त्रिसूत्री नियमों का कडाई के साथ पालन करना होगा. तभी कोविड संक्रमण को खत्म किया जा सकता है.
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सुरक्षा के साथ ही जनजागृति भी करेंगे
इस बैठक में हिस्सा लेने के बाद दैनिक अमरावती मंडल से विशेष तौर पर बातचीत करते हुए शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, बे्रक द चेन अभियान अंतर्गत संचारबंदी के नियमों का कडाईपूर्वक पालन करवाने हेतु शहर पुलिस द्वारा तमाम आवश्यक कदम उठाये जायेंगे. साथ ही शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति को बरकरार रखने के साथ ही लोगों में बिना वजह बाहर नहीं घुमने को लेकर जनजागृति की जायेगी.