कार्रवाई से बचने दवा विक्रेता लगा रहे आरोप
अन्न व औषध प्रशासन मंत्री संजय राठोड का कथन
* दबाव में आकर दोषियों को नहीं छोडने की बात कही
यवतमाल/दि.20 – मुंबई में बोगस इंजेक्शन विक्री मामले में हुई जांच के चलते करीब 40 दवा विक्रेता दोषी पाए गए है. जिनके सहित अन्य कुछ लोगों के खिलाफ औषध प्रशासन विभाग ने कार्रवाई प्रस्तावित की है. केवल इसी वजह के चलते दवा विक्रेताओं के संगठन द्बारा हमे निशाना बनाया जा रहा है और हमारे विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे है. लेकिन ऐसे किसी भी दबाव में आकर हम दोषियों को छोडने वाले नहीं है. इस आशय की भूमिका राज्य के अन्न व औषध प्रशासन मंत्री संजय राठोड द्बारा स्पष्ट की गई है.
उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों ही महाराष्ट्र राज्य केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास शिकायत करते हुए अन्न व औषध मंत्रालय के कामकाज को लेकर गंभीर स्वरुप के आरोप लगाए थे. जिसमें अन्न व औषध प्रशासन मंडी के पीएस व ओएसडी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद मंत्री संजय राठोड ने पत्रकार परिषद बुलाते हुए अपनी भूमिका स्पष्ट की. जिसमें उपरोक्त प्रतिपादन करते हुए उन्होंने बताया कि, मुंबई मंत्रालय के उपसचिव विवेक कांबली को आइरन बढाने का इंजेक्शन ओरोफोर लगाया गया था. लेकिन यह इंजेक्शन नकली रहने के चलते कांबली की मौत होने की शिकायत उनकी पत्नी द्बारा की गई थी. जिसकी जांच करने पर भयानक हकीकत सामने आयी. जिसे पता चला कि, बोगस इंजेक्शन तैयार कर उनकी विक्री की जा रही है. ऐसे में विशेष समिति गठित करते हुए मामले की जांच के बाद 40 लोगों पर कार्रवाई प्रस्तावित की गई है. इसी कार्रवाई के टालने हेतु दवा विक्रेताओं के संगठन द्बारा दवाब बनाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ऐसे किसी भी दबाव में आए बिना नकली व बोगस दवाईयों के विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाती रहेगी.