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अमर आहुजा का बयान दर्ज, सबुत भी सौंपे पुलिस को

मामला कपडा खरीदी के नाम पर सव्वा करोड से ठगने का

  •  आर्थिक अपराध शाखा कर रही धोकाधडी की जांच

  •  प्रेम आहुजा का भी बयान दर्ज करेगी पुलिस

अमरावती/प्रतिनिधि दि.10 – हां… ना… करते हुए आखिर आज शहर के कपडा व्यवसायी अमर आहुजा ने पुलिस आयुक्तालय में स्थित आर्थिक अपराध शाखा के कार्यालय में पहुंचकर चीन से कपडा खरीदकर भारी मुनाफा कमाने का सपना दिखाकर 1 करोड 30 लाख रुपए से ठगने के मामले में अपना बयान दर्ज किया है. अमर आहुजा का लगभग 4 पन्ने का बयाण पुलिस ने दर्ज किया है. इस समय अमर आहुजा ने कहते है कि आर्थिक अपराध शाखा के पीआई शिवाजी बचाटे को धोखाधडी के इस व्यवहार के सभी सबुत भी पुलिस को दिये है. अमर आहुजा रामपुरी कैम्प परिसर के छोटे कपडा व्यवसायी है. उनकी गुरुकृपा गारमेंट के नाम से एक छोटा कारखाना है, लेकिन उन्हें प्रेम आहुजा ने चीन से कपडा खरीदकर यहां व्यवसाय किया तो भारी मुनाफा मिलेगा, इस तरह का झांसा देकर अपने मित्र नरेश चावला व राजेंद्र जगदले नामक व्यक्ति से मिलवाया. उस समय कहा था कि यह सभी एमजीसी इम्फेक्स के निर्देशक है. उसके बाद प्रेम आहुजा ने ही वैभव जैन से भी मुलाकात करवाई और कहा था की यह जैन ट्रेडिंग के संचालक है. वैभव जैन चीन से कपडे का माल बुलाकर भारत में उसका व्यवसाय करता है. इस धंधे में काफी मुनाफा भी होता है. इस तरह कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने का सपना अमर आहुजा को दिखाया. अमर आहुजा भी उनकी मिठी बोली को सुनकर उनके झांसे में आ गए. शुरुआती दौर में अमर आहुजा ने 5 लाख रुपए तक के ऑर्डर दिये. कुछ महिनों तक लाखों की रकम में यह व्यवसाय चलते रहा. इस दौरान प्रेम आहुजा ने अमर आहुजा का विश्वास पूरी तरह से हासिल कर लिया था. उस समय भारत और चीन के संबंधों में दरार आ गई. भारत ने चीन के साथ सभी आर्थिक व्यवहार खत्म करने का विचार किया. जिसका फायदा उठाकर प्रेम आहुजा ने अमर से कहा कि अब चीन से कपडे का माल लाने का व्यवसाय बंद करना पडेगा, लेकिन जल्दी में ज्यादा रकम का माल चीन से बुलाया तो उसपर भविष्य में और ज्यादा मुनाफा कमाते आयेगा. फिर बडी रकम के लिए प्रेम आहुजा ने ही अमर को बैंक से कर्जा निकालने का रास्ता दिखाया और प्रेम आहुजा ने अमर आहुजा को फोन कर वैभव जैन व नरेश चावला से बात कराई. उस समय नरेश चावला ने अमर को मिलने के लिए पुणे में आने की बात कही. पिछले वर्ष अक्तूबर महिने में अमर आहुजा ने एनजीसी इपेक्स कार्यालय में जाकर नरेश चावला से मुलाकात की. उस समय राजेंद्र जगदाले और उसकी पत्नी भी वहां मौजूद थी. उनके रहन सहन और दिखावे से अमर आहुजा का विश्वास बैठ चुका था. उन्होंने बताया कि यह कपडा वे चीन से भारत में बुलाते है. हर कंटेनर की बुकिंग के लिए 10 लाख रुपए देने पडते है. जिसका मुनाफा 30 से 40 लाख रुपए तक होता है. तब अमर आहुजा ने इस व्यापार में कदम रखने का निर्णय लिया और अपनी संपत्ति गिरवी रखकर बैंक ऑफ महाराष्ट्र से कर्जा लिया. दिसंबर 2020 से जनवरी 2021 तक 7 कंटेनर बुक किये गए. जिसमें से 2 कंटेनर प्रेम आहुजा ने और 7 कंटेनर एमजीसी इंपेक्स ने बुक किये. अमर आहुजा इलाहाबाद बैंक से 22 लाख रुपए भेजे व प्रेम आहुजा को 27 लाख 90 हजार रुपए भेजे गए और कुछ रकम इसके पहले भी जमा थी, लेकिन कपडे का माल मात्र नहीं पहुंचा. उसके बाद नरेश चावला से मोबाइल पर संपर्क कर संदेश पहुंचाने की कबुली दी. उसने बताया कि 5 कंटेनर के 76 लाख रुपए जमा है और उसमें से पांचवा कंटेनर 15 अप्रैल 2021 को भारत पहुंच चुका है, लेकिन अब तक अमर आहुजा को एक भी कंटेनर नहीं मिला. वैभव जैन को 3 कंटेनर के ऑर्डर दी गई थी. जिसका पेमेंट एडवॉन्स में किया गया था. उन 3 में से 2 कंटेनर इंदौर पहुंच गए है, ऐसा बताया गया. 1 फरवरी से लेकर 23 मार्च तक 76 लाख रुपए भेजे गए. यह सभी रकम वैभव जैन को भेजी गई, लेकिन बाद में वैभव जैन ने साफ हाथ खडे करते हुए कहा कि उसे यह रकम नहीं मिली. यह सुनकर अमर आहुजा के पैरो तले की जमीन खिसक गई थी. क्योंकि सारी संपत्ति गिरवी रखकर 80 लाख रुपए की मोठी रकम वैभव जैन व नरेश चावला के पास रखी गई थी, लेकिन जब अमर आहुजा ने इस बारे में पूछताछ की तब पता चला कि आरोपी वैभव जैन, प्रेम आहुजा, नरेश चावला समेत अन्य आरोपी अमर आहुजा के नाम पर झूठे बिल व दस्तावेज बनाकर वह सारा माल बेच चुके है. इस तरह अमर आहुजा को 1 करोड 30 लाख रुपए से ठगा गया. जिसकी शिकायत अमर आहुजा ने आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज की थी. जिसकी जांच आज शिकायतकर्ता अमर आहुजा के बयान दर्ज होने के बाद सही मायने में शुरु हो चुकी है.

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