मुख्य समाचार

एम्बुलन्स चालकों की हडताल हुई खत्म

आरटीओ राम गीते की मध्यस्थता के बाद स्थगित किया गया आंदोलन

  • परसों जिलाधीश के साथ होगी चर्चा व बैठक

  • नई दरों को लेकर होगा विचारमंथन

अमरावती प्रतिनिधि/ दि.५ – गत रोज शहर में एम्बुलन्स वाहन चालकोें द्वारा शुरू की गई हडताल देर रात प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राम गिते द्वारा इस मामले में मध्यस्थता किये जाने के बाद खत्म हो गयी और आरटीओ कार्यालय द्वारा एम्बुलन्स वाहनोें के लिए जल्द ही नई दरें निर्धारित करने के संदर्भ में आश्वासन दिये जाने पर एम्बुलन्स वाहन चालकों ने अपना आंदोलन पीछे ले लिया. बता दें कि, विगत सप्ताह मनपा पार्षद व शिवसेना के जिला प्रमुख दिनेश बूब द्वारा उठायी गयी मांग के बाद प्रादेशिक परिवहन कार्यालय की ओर से एम्बुलन्स वाहनोें के लिए निर्धारित दरों की जानकारी घोषित की गई थी. जिसके मुताबिक सभी से आवाहन किया गया था कि, वे इन्हीं दरों के हिसाब से एम्बुलन्स वाहनों को यात्रा शुल्क अदा करे. और यदि कोई एम्बुलन्स वाहन चालक इससे अधिक यात्रा शुल्क लेता है तो इसकी शिकायत आरटीओ कार्यालय से करे. जानकारी के मुताबिक ये दरें वर्ष २०१८ में ही तय की गई थी. किन्तु इसके बारे में आम जनता को कोई जानकारी नहीं थी. लेकिन विगत सप्ताह आरटीओ द्वारा आम जनता की जानकारी के लिए यह दरें घोषित किये जाते ही एम्बुलन्स वाहन चालकों द्वारा इन दरों का विरोध किया जाने लगा और इसके संदर्भ में जिलाधीश कार्यालय को एक निवेदन सौंपने के साथ ही एम्बुलन्स वाहन चालकों ने शुक्रवार ४ सितंबर को अकस्मात काम बंद आंदोलन करते हुए एम्बुलन्स वाहनों की हडताल कर दी. कोरोना जैसी महामारी के काल में एम्बुलन्स वाहन चालकों द्वारा की गई इस हडताल का सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पडा और कई मरीजों को इधर से उधर लाने-ले जाने के काम में अच्छी-खासी दिक्कते पेश आयी. एम्बुलन्स वाहन चालकों की हडताल के संदर्भ में जानकारी मिलते ही प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राम गिते ने एम्बुलन्स चालकों के प्रतिनिधि मंडल को चर्चा हेतु अपने कार्यालय में बुलवाया. जहां पर एम्बुलन्स चालकोें का पक्ष सुनने के बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि, एम्बुलन्स वाहनों के लिए नई दरें जल्द ही तय की जायेगी और इस विषय को लेकर जिलाधीश शैलेश नवाल की उपस्थिति में सोमवार को एम्बुलन्स वाहन चालकोें की एक बैठक बुलायी जायेगी. आरटीओ राम गिते से मिले इस आश्वासन के बाद शुक्रवार की देर रात एम्बुलन्स वाहन चालकों ने अपना आंदोलन पीछे लेते हुए अपनी हडताल को खत्म करने का निर्णय लिया. इस बैठक में एम्बुलेंस संगठन के अध्यक्ष अनुप खडसे, संतोष राउत, किसन जायले, निरंजन खंडारे, हिम्मत उभाड, विनोद शेंद्रे, किशोर राडेकर, अभिजित देशपांडे, ज्ञानेश्वर रिसोड, अमोल टेटू आदि उपस्थित थे.

मरीजों की तकलीफों व सेवाभावना के चलते आंदोलन लिया पीछे
इस संदर्भ में प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर एम्बुलन्स वाहन चालक संगठन के अध्यक्ष अनुप खडसे ने बताया कि, गत रोज एक दिन की हडताल की वजह से कई मरीजों को काफी परेशानी व दिक्कतोें का सामना करना पडा. इस बात के मद्देनजर एम्बुलन्स चालकों ने अपनी हडताल को खत्म करने का निर्णय लिया है, क्योंकि हमारा व्यवसाय सेवाभावना पर आधारित है. लेकिन प्रशासन ने हमारी जरूरतों और परेशानियों की ओर भी ध्यान देना चाहिए. गत रोज आरटीओ गिते के साथ हुई चर्चा के संदर्भ में पूछे जाने पर अनुप खडसे ने बताया कि, आरटीओ गिते को साफ तौर पर बताया गया है कि, कोरोना काल के दौरान सभी एम्बुलन्स चालकों को पीपीई कीट, मास्क व हैण्डग्लब्ज पहनना जरूरी किया गया है. साथ ही हर मरीज को लाने-ले जाने के बाद एम्बुलन्स वाहनों का सैनिटाईजेशन करना पडता है. ऐसे में इस काम में लगनेवाला शुल्क यात्रा दर में शामिल किया जाये अथवा यह खर्च सरकार या प्रशासन की ओर से दिया जाये. इसके साथ ही निजी एम्बुलन्स वाहनों को भी १०८ व १०४ क्रमांक की एम्बुलन्स की तर्ज पर किलोमीटर के हिसाब से यात्रा दरें दी जाये.

Related Articles

Back to top button