अमरावती जिला मध्यवर्ती जेल हुई कोरोना मुक्त
राज्य में सबसे सुरक्षित मानी जाती है अमरावती जेल
अमरावती/प्रतिनिधि दि.११ – अमरावती जिला मध्यवर्ती जेल समूचे राज्य में सबसे सुरक्षित जेल मानी जाती है. यहीं वजह है कि, मुंबई के कुख्यात गैंगस्टर अरूण गवली को कभी अमरावती जेल में रखा गया था. यहां तक की आज भी मुंबई बम कांड के सजायाप्ता कुछ कैदी अमरावती जेल में है. इसके अलावा गडचिरोली के कुख्यात नक्सली भी इस जेल में रखे गये थे. जब समूचे राज्य में कोरोना की लहर उफान पर थी, उस समय अमरावती मध्यवर्ती जेल में 1100 कैदी बंद थे. इन 1100 कैदियों को कोरोना की बाधा से मुक्त रखने जेल प्रशासन ने काफी प्रयास किये थे. यहां तक की जेल कैदियों को सप्ताह में एक बार उनके परिजनों से मूलाकात का मौका दिया जाता है. वह उनसे छिनकर केवल वीडियो कांफ्रेंसिंग दौरान कैदियोें की उनके परिजनों से बातचीत करवायी जा रही थी. यहां तक की नियमित रूप से न्यायिक हिरासत के तहत जेल में आनेवाले कैदियों को सीधे जेल में प्रवेश न देते हुए उनके लिए भिवापूरकर अंध विद्यालय में अस्थायी जेल बनायी गई थी. यहां तक होमगार्ड के मुख्यालय में जेल में कोरोना संसर्ग से बाधित कैदियोें के इलाज के लिए अस्पताल भी बनाया गया था लेकिन शुरूआती दौर में जेल में आनेवाले कैदियों के कारण सजायाप्ता कैदियों के बाधित होने की संख्या बढ चुकी थी, लेकिन अमरावती जेल अधीक्षक ने काफी नियोजनबध्द तरीके से इसकी कमान संभाली और आज स्थिति यह है कि, अमरावती जेल में कुल मिलाकर 1100 महिला और पुरूष कैदी सजा भुगत रहे है, लेकिन इनमें पॉजीटीव मरीजों की संख्या कुछ भी नहीं है. अमरावती जेल के प्रभारी अधीक्षक पांडूरंग भुसारे के अनुसार अमरावती जेल प्रशासन ने कोरोना नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा घोषित गाईडलाईन पूरी तरह से अमल किया है. उसी का नतीजा यह है कि, आज अमरावती जेल पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है.