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बजट में अमरावती को ठेंगा

पश्चिम विदर्भ की घोर अनदेखी

* आम से लेकर खास सभी खफा
अमरावती/दि. 2- देश की खजांची निर्मला सीतारामन व्दारा गुरुवार को संसद में प्रस्तुत अंतरिम बजट को लेकर वैसे भी देश की तरह पश्चिम विदर्भ के लोगों में उत्साह न था. अमरावती अथवा अमरावती संभाग के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं होने से यहां के निवासियों में नाराजगी का स्वर है. बजट में अमरावती को कुछ नहीं मिला है. रेल सुविधा-सेवा को लेकर भी कोई घोषणा नहीं हुई है. अलग विदर्भ राज्य की मांग करनेवाले लोग इस विषय को उपस्थित कर रहे हैं. उनका तो यह भी कहना है कि विदर्भ यानि नागपुर और पूर्वी विदर्भ. यही बात राज्य और केंद्र सरकार मान कर चल रही है. कोई भी बडा प्रोजेक्ट अथवा सेवा सुविधा केवल नागपुर के ईदगिर्द हो रही है. अमरावती घोर उपेक्षा का शिकार बना है.
* उद्योग धंधों में पीछे
अमरावती डिविजन बने बरसों बीत गए. पीएम मित्र प्रकल्प की घोषणा धूमधाम से हुई थी. 45 करोड रुपए सात पीएम मित्र प्रकल्प के लिए आवंटित किए गए थे. अमरावती में नांदगांवपेठ के पास यह प्रकल्प साकार होना है. वर्ष बीतने आया है, अभी केवल जमीन अधिग्रहण पूर्ण हो पाया है. आगे अधोसंरचना विकास के बारे में अंतरिम बजट में कोई प्रावधान नहीं किए जाने की जानकारी अब तक मिल रही है. यह क्षेत्र पहले ही उद्योग धंधों में पिछडा है. संभाग के पांचों जिलों में वाशिम को सबसे पीछे कह सकते हैं. वहां भी उद्यम को प्रोत्साहित करने कोई योजना घोषित नहीं किए जाने पर उद्यमियों ने निराशा जताई.
* रेलवे में नई घोषणा नहीं
अमरावती संभाग स्तर पर रेलवे को लेकर कोई नई घोषणा बजट में नहीं दिखाई दी. जबकि पुराने प्रकल्पों का काम चल रहा है. अमरावती में बडनेरा के पास रेलवे वैगन दुरुस्ती कारखाना बनकर लगभग तैयार है. वहां मानव संसाधन की नियुक्ति का इंतजार है. बडनेरा तथा अमरावती स्टेशन के सरकार की अमृतकाल योजना अंतर्गत विकास कार्य अवश्य चल रहे हैं. किंतु कोई नई रेलसेवा अथवा सुविधा का अभाव महसूस किया जा रहा.
* अलग विदर्भ राज्य ही विकल्प
विदर्भ की परियोजनाओं के लिए बजट में पर्याप्त प्रावधान नहीं होने से अलग विदर्भ राज्य का स्वर कडा हो रहा है. प्रखर विदर्भवादी राजीव जगताप ने कहा कि केंद्र सरकार से बडी घोषणा की अपेक्षा फोल साबित हुई है. जिससे पृथक राज्य की मांग ही विकल्प है. अलग राज्य बनने पर ही केंद्र से इस क्षेत्र को अहमीयत मिलेगी. ऐसी ही प्रतिक्रिया विदर्भवादी रंजना मामर्डे ने भी दी. उन्होंने बताया कि विदर्भ राज्य आंदोलन जोर पकड रहा है. परसों वे लोग मध्य प्रदेश सीमा पर बहिरम में विदर्भ राज्य में आपका स्वागत है, ऐसा बोर्ड लगाने जा रहे हैं.

* जयपुर ट्रेन की आवश्यकता
रेल यात्री संघ के पुरुषोत्तम राठी ने अमरावती-जयपुर ट्रेन वाया इंदौर शुरु करने की मांग की है. बजट में अमरावती को लेकर कोई खास ऐलान न होने पर रंज व्यक्त करते हुए राठी ने कहा कि अमरावती-जयपुर गाडी को मुंबई अंबा एक्सप्रेस के समान रिस्पॉन्स मिलेगा. अमरावती राजस्थान से सीधे जुड जाएगा. भरपूर ट्रॉफिक रेलवे को प्राप्त होने का विश्वास राठी ने व्यक्त किया. उन्होंने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि टाटा नगर-इतवारी ट्रेन नंबर 58111/58112 तथा शिवनाथ एक्सप्रेस ट्रेन 18239/18240 ट्रेन को भी अमरावती तक बढाया जा सकता है. यह गाडियां रातभर नागपुर स्टेशन पर केवल खडी रहती है. अमरावती तक बढाए जाने से यात्रियों की सुविधा निश्चित ही बढेगी.

 

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