एक आरोपी अग्रीम जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचा
मनपा में 2.49 करोड के शौचालय घोटाले का मामला
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सात फरार आरोपी को पुलिस रातभर तलाशती रही
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पहले गिरफ्तार किये गए तीन आरोपी जमानत पर रिहा
अमरावती प्रतिनिधि/दि.8 – मनपा के बडनेरा जोन अंतर्गत निजी शौचालय बनाने के नाम पर 2 करोड 49 लाख रुपए की हेराफेरी किये जाने के मामले में आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने इससे पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, उन्हें जमानत पर छोडा गया है. जबकि अग्रम जमानत खारीज होने के बाद 7 फरार आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है.रातभर खोज करने के बाद भी एक भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगा, जबकि उनमें से एक आरोपी अग्रीम जमानत पाने के लिए उच्च न्यायालय की शरण में पहुंंचा है, ऐसी खबर मिली है.
सुशांत अशोक निमकर्डे (साई नगर) यह धोखाधडी के मामले में शामिल अग्रीम जमानत पाने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ की शरण लेने वाले आरोपी का नाम है. ऋषिकेश शरद सांगोले (चिंचखेड), पवन किसन शेंडे (पुंडलिक बाबा नगर), गजानन पुंडलिक ढोले(गोपाल नगर), प्रणय सुभाष मेहरे (कल्पना नगर), निलेश गुलाब गुडधे (डीपी रोड भातकुली), पराग तौष्णीवाल (औरंगाबाद) यह सभी फरार आरोपियों का नाम हैं.
बता दे कि मनपा आयुक्त के समक्ष शौचालयों के 74 लाख रुपए के बिल पास कराने के लिए फाइल सामने आयी थी. मगर निगमायुक्त के समझ में आते ही इस घोटाले की शिकायत सिटी कोतवाली पुलिस थाने में दी गई. इसके बाद यह मामला अपराध शाखा पुलिस को सौंपा गया. पुलिस की तहकीकात में पता चला कि इसी मामले में इससे पहले भी 2 करोड 49 लाख 22 हजार रुपए के बिल भुनाये गए हैं. यह माजरा सामने आते ही फिर सिटी कोतवाली पुलिस थाने में दूसरा अपराध दर्ज किया गया. इस मामले को भी आर्थिक अपराध शाखा पुलिस को सौंपा गया.
पुलिस ने तहकीकात करते हुए योगेश गणेशराव कावरे, संदीप सुरेश राईकवार, अनुप भगवान सारवान इन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस कस्टडी समाप्त होने के बाद आरोपियों को अदालत ने जेल रवाना करने के आदेश दिये. इस दौरान तीनों आरोपियों को अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया है. मगर इसी दौरान इस मामले में ठेकेदार समेत 7 आरोपियों के नाम सामने आने से उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया हैं. पुलिस गिरफ्तार करती इससे पहले सातों आरोपियों ने स्थानीय अदालत में अग्रीम जमानत के लिए आवेदन किया. मगर अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के जमानत का आवेदन खारीज कर दिया. जिससे उन आरोपियों को गिरफ्तार करने का रास्ता पुलिस के सामने खुल गया. परंतु इस बीच सुशांत निमकर्डे ने उच्च न्यायालय में अग्रीम जमानत पाने के लिए आवेदन किया है. उन सातों आरोपियों की आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने पूरी रात तलाश की. परंतु आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लग पाये, फिलहाल पुलिस को उन सातों आरोपियों की सरगर्मी से तलाश हेै.