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अमरावती लोकसभा चुनाव लडेगें आंनंदराज आंबेडकर

पत्रवार्ता में दी जानकारी, कहा मविअ का लेगे सहयोग,

जारी है वरिष्ठों से संपर्क
अमरावती/दि.03- जिस तरह अमरावती शहर का नाम देश विदेश में पहुंचा है. वैसे ही विदर्भ का दुसरा सबसे बडा शहर अमरावती है. जैसा शहर व जिले का विकास होना चाहिए था. वैसा विकास अभी तक हुआ नही है. यहां के नागरिकों के लिए जो जरुरी सुविधाएं है वह अभी तक मिल नहीं पाई है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए यहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं व वरिष्ठों के कहने पर 2024 का लोकसभा चुनाव मैं स्वयं अमरावती से लडने तैयार हुं. इस बात की जानकारी रिपब्लिकन सेना के संस्थापक आनंदराज आंबेडकर ने पत्रवार्ता के दौरान दी.
आनंदराज ने स्थानीय सर्किट हाऊस में बुधवार की दोपहर हुई पत्रवार्ता के दौरान बताया कि जिले का नाम पुरे विश्व में चमका है. हर जगह अमरावती शहर का नाम है. मगर न ही यहां मेट्रो है, न ही एयरपोर्ट है, उद्योग धंधे यहां नहीं है, जिस तरह से जिस तरह से अमरावती विकसित होनी चाहिए उस तरह से हुई नहीं है. यहां के युवाओं को यहीं पर नौकरी व काम मिलना चाहिए. इन सारी बातों को देखते हुए यहां के जो हमारी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता है व अन्य पार्टी के स्थानीय वरिष्ठ नेता उन सभी की इच्छा है कि मैं यहां से अगला लोकसभा चुनाव लडु. जिसके लिए पिछले 2 वर्षो से स्थानीय पदाधिकारी, कार्यकर्ता व बडी पार्टी के नेता मेरे संपर्क में है. आंबेडकर ने आगे कहा कि वैसे तो हम रिपब्लिकन सेना के बी फार्म से ही चुनाव लडेगें. मगर किसी भी लोकसभा क्षेत्र में अकेले चुनाव लडना किसी भी पार्टी के बस की बात नही है. इसके लिए अन्य पार्टियों की मदद लेनी ही पडती है. इसी लिए हम अगले चुनाव में मविअ की मदद से ही चुनाव लडेगें. इसके लिए राष्ट्रवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद पवार से मुलाकात कर चर्चा हो चुकी है. वही मविअ के नेताओं से भी संपर्क शुरु है. उन्होनें आगे कहा कि मैं चमत्कार पर विश्वास नहीं रखता, काम पर विश्वास रखता हुं. जिले में राष्ट्रीय पार्टियों का दबदबा लोकसभा चुनाव में नहीं है. उसके लिए स्थानीय पार्टियों का दबदबा रहता है. अमरावती के मतदाता बहुत समझदार है. वह अगर किसी को वोट देते है तो सोच समझ कर देते है. मगर नेता अपना पलडा पदल लेते है तो मतदाता कुछ नहीं कर सकते. ऐसा तंज भी उन्होनें स्थानीय सांसद पर लगाया. सांसद नवनीत राणा के जाती प्रमाण पत्र के सवाल पर आनंदराज आंबेडकर ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्णय के बाद भी सुप्रिम कोर्ट में जाती प्रमाण पत्र का मुद्दा अटकना यह बडे ही दुर्भाग्य की बात है कि किसी भी मामले को पुरा होने में इतने साल लग रहे है. उन्होनें कहा कि हमारे साथ आंबेडकरी जनता के अलावा अन्य समाज के लोगों का भी साथ है. पार्टी व्दारा निकाली गई संविधान यात्रा में सभी समाजों के लोगों ने हमारा साथ दिया था. उन्होनें यह भी कहा कि शरद पवार जो बोलते है वह करते नहीं है. अगर हमे महाविकास आघाडी से टिकट नहीं मिली तो हम आगे की रणनिती तैयार करेगें. उसी तरह राष्ट्रवादी के कार्यकर्ताओं को पवार पर विश्वास रखना चाहिए. पत्रवार्ता में आनंदराज आंबेडकर के अलावा प्रा. सतीश सियाले, एड. पी.एस खडसे, एड. विनायक दुधे, एड रौराले, एड. ए.एम. चौखांडे, सचिन तेलमोरे, अनिल बारसे आदि उपस्थित थे.

ईवीएम हटाने करेगे आंदोलन
पत्रवार्ता में आनंदराज आंबेडकर ने बताया कि पुरे देश में ईवीएम मशीन को लेकर नाराजगी देखी जा सकती है. ईवीएम हटाने के लिए हम पार्टी की ओर से पुरे देश में अभियान चला कर जनजागृती करेगें. वैसे ही तीन राज्यों में हार के बाद कॉग्रेस ने भी इस तरह का अभियान छेडना चाहिए.

अमरावती की 3 लाख जनता हमारे साथ
आंबेडकर ने चर्चा के दौरान कहा कि जिले में 3 लाख 75 हजार आंबेडकरी वोट है. जो कि हमारे साथ है, वैसे ही अन्य समाज के लोग भी हमारे साथ है. जो आगामी चुनाव में हमारा साथ देगें.

वंचित को हराने कॉग्रेस उतारती है मुस्लिम कैंडिडेट
पत्रवार्ता में आरोप लगाते हुए आंबेडकर ने कहा कि वंचित आघाडी को हराने के लिए हमेशा ही कॉग्रेस मुस्लिम कैंडिडेट उतारती है. अगर दो बार अकोला सीट से कॉग्रेस हिदायत पटेल को खडा नहीं करती तो बाला साहेब आसानी से जीत सकते थे. मगर इस बार उल्टा होने वाला है. मविअ में राष्ट्रवादी कॉग्रेस व शिवसेना (उबाठा) साथ चुनाव लडेगी और कॉग्रेस को बाहर रखा जाने का संकेत भी आंबेडकर ने पत्रवार्ता में दिया.

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