गुस्साएं अभिभावकों की ज्ञानमाता स्कूल में तोडफोड
युवा सेना और युवक कांग्रेस धमके
* दो घंटे शाला में रही जोरदार तनातनी
* मामला मासूम छात्रा के यौन शोषण का
* पुलिस ने स्कूल परिसर को बनाया छावनी
अमरावती/दि.23- शहर का शिक्षा जैसा पवित्र क्षेत्र कलंकित करने वाले ज्ञानमाता स्कूल प्रशासन पर आज दोपहर अभिभावकों का गुस्सा फूट पडा. स्कूल प्रशासन पर मासूम के यौन शोषण के मामले को दबाने की कोशिश का भयंकर आरोप लगाते हुए पालकों ने युवा सेना तथा युवक कांग्रेस के नेतृत्व में जमकर हंगामा किया. जिससे वातावरण दो घंटे तक तंग हो गया था. पुलिस प्रशासन को आखिर बीचबचाव करना पडा और संपूर्ण शाला परिसर को छावनी का रुप देने के बाद ही प्रदर्शनकारी शांत हुए और उन्होंने अपना धरना खत्म किया. किंतु अगले सप्ताह यह मामला और तूल पकड सकता है. इस बीच पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आरोपी अध्यापक मरवीन हैड्री जोसेफ (35) पर पोक्सो सहित विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर हिरासत में लिया है. आरोपी के प्रति जनक्षोभ को देखते हुए उसे सुरक्षा में रखा गया है.
* शुक्रवार रात उजागर
ज्ञानमाता शाला के आरोपी अध्यापक मरवीन ने 11 लाख की छात्रा का यौन शोषण किया. यह घटना शाला प्रशासन को 12 सितंबर को उजागर हो गई थी. किंतु शुक्रवार रात शाला प्रशासन की तरफ से सिटी कोतवाली में शिकायत दी गई, तब आम लोगों के लिए इतनी बडी घटना का भंडाफोड हुआ. जिससे पूरे शहर में क्षोभ की लहर फैल गई. रात से ही सोशल मीडिया पर लोग घटना की निंदा करने के साथ गुस्सा व्यक्त कर रहे थे.
* सुबह धमके पालक और राजनेता
रात की घटना से उभरे जनक्षोभ को देखते हुए युवा सेना तथा युवा कांग्रेस के राहुल माटोडे, पराग गुडधे, समीर जवंजाल, वैभव देशमुख और अन्य कार्यकर्ता तथा पालक सीधे ज्ञानमाता शाला धमके. उन्होंने घटना दबाने में शाला प्रशासन के रोल का मुद्दा उठाया और शाला में घुसने का प्रयत्न किया. उन्हें स्कूल प्रबंधन ने भीतर नहीं आने दिया. जिससे यह सभी निषेध में वहीं धरना देकर बैठ गए. उन्होंने शाला के प्रिंसीपल फादर से मिलने की मांग की. शाला की तरफ से बताया गया कि, फादर बाहर है. किंतु गुस्साएं पालक और कार्यकर्ता नहीं माने. उनकी स्कूल वालों से खूब हीलहुज्जत हुई. वे फादर से घटना दबाने का जवाब मांगने पर तूले हुए थे. जोरदार बहस मुबाहिसा हुआ. इतना ही नहीं फादर को बुलाओ के नारे भी लगे.
* कुर्सियां फेंकने का प्रयास
स्कूल प्रबंधन अपनी बात पर अडा रहा. पालकों और कार्यकर्ताओं को शाला में प्रवेश नहीं दिया. जिससे खफा कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां फेंकने की कोशिश में जबरन अंदर घुसे. स्टाफ द्बारा वहां दरवाजा बंद कर उन्हें रोका गया. निषेध असो और उठेंगे नहीं के नारे लगाए. वहां वातावरण तंग हो गया. गुस्साई भीड में से किसी ने ‘ऑफिस’ लिखा बोर्ड तोड दिया.
* हिंदू संस्कृति का विरोध
राहुल माटोडे ने आरोप लगाया कि, शाला प्रबंधन हमेशा हिंदू संस्कृति के खिलाफ रहा है. माथे पर बिंदी, पैर में पायल पहनने की मनाही है और भी कई तरह से हिंदू संस्कृति का विरोध किया जाता है. उन्होंने फादर से मिलने की मांग कर वहां धरना दे दिया.
* पहुंची पुलिस और फोर्स
गणेश उत्सव का माहौल देखते हुए ज्ञानमाता शाला में हो रही तनातनी को देख तुरंत एसीपी शिवराज बचाटे, थानेदार आसाराम चोरमले, कोतवाली के थानेदार वाकसे और आरसीबी तथा क्राइम की टीम पहुंची. पूरे शाला परिसर को खाकी ने अपने कब्जे में ले लिया. उसी प्रकार गुस्साएं पदाधिकारियों से चर्चा छेडी. उन्हें मनाने का प्रयास किया. बताया गया कि, शाला के फादर सचमुच गांव में नहीं है. उसी प्रकार आरोपी शिक्षक को पकड लिया गया है. उस पर विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज है. कानूनी कार्रवाई बराबर हो रही है. देर बाद कार्यकर्ता शांत हुए. उन्होंने फादर को न छोडने की चेतावनी देते हुए करीब 2 घंटे पश्चात शाला परिसर से रुखसत हुए. समाचार लिखे जाने तक शाला में पुलिस तैनात थी.