अप्पर वर्धा सहित 4 मध्यम प्रकल्पों से हो रही जलनिकासी
नदी-नालों में है जबर्दस्त उफान
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२० – विगत कुछ दिनों से चहुंओर हो रही झमाझम बारिश के चलते जिले के सभी बांधोें में पानी की अच्छी-खासी आवक हो रही है. जिसकी वजह से बांधों के जलस्तर में लगातार वृध्दि हो रही है. इस बात के मद्देनजर समयानुकूल निर्णय लेते हुए अलग-अलग बांधों के दरवाजों को खोलकर जलनिकासी की जा रही है, ताकि बांधों में जलसंग्रहण की स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके. वहीं बांधों से किये जा रहे जलविसर्ग के चलते उनसे जुडे नदी-नालों में बाढ की स्थिति देखी जा रही है.
इस समय जिले के एकमात्र व सबसे बडे अप्पर वर्धा बांध में 98.52 फीसद यानी 555.73 दलघमी जलसंग्रहण हो चुका है और कुल 564.05 फीसद की जलसंग्रहण क्षमता रहनेवाले इस बांध में जलस्तर 342.41 फीसद पर जा पहुंचा है. ऐसे में इस बांध के तीन दरवाजों को 65 सेमी खोलते हुए यहां से प्रति सेकंड 316 घनमीटर पानी की निकासी की जा रही है.
इसी तरह शहानूर मध्यम प्रकल्प में इस समय 44.88 दलघमी यानी 97.48 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है. ऐसे में यहां के 4 दरवाजों को 2.5 सेमी खोलते हुए प्रति सेकंड 10.68 घनमीटर जलविसर्ग किया जा रहा है. साथ ही चंद्रभागा प्रकल्प में 38.62 दलघमी यानी 93.62 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है और बांध क्षेत्र में लगातार बारिश भी जारी है. जिसके चलते इस बांध के 3 दरवाजों को 5 सेमी तक खोलते हुए प्रति सेकंड 17.01 घनमीटर की जलनिकासी की जा रही है. इसी तरह पूर्णा प्रकल्प में 31.44 दलघमी यानी 88.89 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है. ऐसे में इस बांध के 2 दरवाजों को 5 सेमी खुला रखते हुए प्रति सेकंड 8.66 घनमीटर पानी नदी में छोडा जा रहा है. साथ ही सापन प्रकल्प में 36.77 दलघमी यानी 95.26 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है. ऐसे में इस बांध के 2 दरवाजों को 10 सेमी तक खुला रखते हुए प्रति सेकंड 17.46 घनमीटर पानी नदी में छोडा जा रहा है.
बता दें कि, अमरावती जिले के सभी छोटे-बडे व मध्यम 90 प्रकल्पों की जलसंग्रहण क्षमता 1010.36 दलघमी है. जिनमें इस समय 901.52 दलघमी यानी 89.23 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है. बडे व मध्यम प्रकल्पों के लबालब भरे रहने को आगामी दिनों के लिए राहतपूर्ण माना जा रहा है.
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वान प्रकल्प के दो दरवाजे खुले
इसके अलावा अकोला जिले में स्थित वाण प्रकल्प में लगातार बढते जलस्तर को देखते हुए इस बांध के दो दरवाजों को 30 सेंटीमीटर उंचा उठाते हुए जलविसर्ग शुरू किया गया है और नदी में प्रति सेकंड 54.44 घनमीटर पानी छोडा जा रहा है. इस बात के मद्देनजर वाण नदी के किनारे रहनेवाले सभी लोगों को सावधान व सतर्क कर दिया गया है.
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समूचे विदर्भ में हुई हल्की व मध्यम बारिश
वहीं अमरावती सहित अकोला, बुलडाणा, वाशिम व यवतमाल तथा नागपुर व वर्धा के कई इलाकों में हल्के व मध्यम स्तर की बारिश हुई. बारिश का यह सिलसिला आगे भी बदस्तूर जारी रह सकता है. ऐसी संभावना जताते हुए स्थानीय मौसम विशेषज्ञ प्रा. अनिल बंड ने बताया कि, अगले एक-दो दिनों के दौरान विदर्भ क्षेत्र के कई इलाकों में हलके व मध्यम सहित बिजली की गडगडाहटों के साथ तेज वर्षा भी हो सकती है.