* 3-4 दिन से था तेज बुखार, शरीर के कई अंगों ने काम करना कर दिया था बंद
* बख्तार हॉस्पिटल में कराया गया था भर्ती, बीती रात इलाज के दौरान तोडा दम
अमरावती /दि.21– इस समय शहर में डेंगू की संक्रामक बीमारी का खतरा व्याप्त है. इस बात से यद्यपि स्थानीय मनपा प्रशासन द्बारा बार-बारे इंकार किया जाता है. परंतु यह बात आज उस समय एक बार फिर पूरी प्रखरता के साथ सामने आयी. जब डेंगू संक्रमण के चलते शहर में एक और मौत होने की बात उजागर हुई है. जानकारी के मुताबिक शहर के जाफरजीन प्लॉट स्थित अग्रवाल टॉवर में रहने वाले सुनील ब्रिजलाल आवतरामाणी नामक 44 वर्षीय युवा कारोबारी की बीती रात डेंगू संक्रमित रहने के चलते मौत हो गई. यह जानकारी मिलते ही आज सुबह से मनपा प्रशासन सहित शहर में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया. वहीं मनपा प्रशासन ने आनन-फानन में हरकत में आते हुए सुनील आवतरामाणी के घर के आसपास किटनाशक दवाओं का छिडकाव किया. साथ ही गरबा प्लॉट स्थित डॉक्टर बख्तार हॉस्पिटल परिसर में भी आज सुबह-सुबह मनपा के कर्मचारी किटनाशक दवाओं का छिडकाव करते दिखाई दिए. जहां पर बीती रात सुनील आवतरामाणी ने इलाज के दौरान दम तोडा था.
सुनील आवतरामाणी के डेंगू संक्रमित रहने की पृष्टि करते हुए बख्तार अस्पताल के संचालक डॉ. विजय बख्तार ने बताया कि, सुनील आवतरामाणी को विगत करीब 3-4 दिनों से तेज बुखार था और जब उन्हें अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया, तो उनकी स्थिति काफी हद तक गंभीर हो गई थी. चूंकि सुनील आवतरामाणी में डेंगू सॉफ्ट सिंड्रोम के लक्षण दिखाई दे रहे थे. ऐसे में उन्होंने सुनील की तुरंत ही डेंगू टेस्ट करवाने की सलाह दी. जिसकी रिपोर्ट पॉजिटीव आयी. साथ ही इस समय तक सुनील आवतरामाणी का ब्लड प्रेशर काफी तेजी से घट रहा था और उनके शरीर में किडनी, लीवर व लंग्स ने काम करना बंद कर दिया था. ऐसे में डेंगू के चलते मल्टी ऑर्गन फेल्यूलर होने की वजह से बीती रात 12.30 बजे के आसपास सुनील आवतरामाणी ने दम तोड दिया और डॉ. बख्तार के मुताबिक यह निश्चित तौर पर डेंगू संक्रमण की वजह से ही हुई मौत है.
* हंसमुख व मिलनसार स्वभाव के धनी थे सुनील
बता दे कि, पेशे से व्यवसायी रहने वाले सुनील आवतरामाणी की पहचान हंसमुख व मिलनसार स्वभाव वाले व्यक्तित्व के तौर पर रही. साथ ही वे लॉयन्स क्लब सहित अन्य कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुडाव रखते थे. सुनील के पिता स्व. ब्रजलाल आवतरामाणी स्थानीय दस्तूर नगर परिसर स्थित संत कंवरराम विद्यालय से शिक्षक के तौर पर सेवानिवृत्त हुए थे. जिनका शिक्षा क्षेत्र सहित समाज में काफी सम्मान रहा. वहीं सुनील आवतरामाणी के परिवार में उनकी मां, पत्नी एवं इकलौती बेटी के अलावा 2 भाई भी है. जिन पर सुनील आवतरामाणी के यूं अचानक चले जाने की वजह से दुखों का पहाड टूट पडा है.
* शोकाकुल वातावरण में हुआ अंतिम संस्कार
बीती रात डॉ. बख्तार हॉस्पिटल में मृत्यु हो जाने के उपरान्त सुनील आवतरामाणी के पार्थिव को आज सुबह उनके निवासस्थान पर लाया गया. जहां से शाम 5 बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई और विलास नगर मोक्षधाम मेें उनके पार्थिव पर अंतिम संस्कार किए गए.
* शहर में इससे पहले भी हुई है डेंगू से मौते
बता दे कि, इससे पहले स्थानीय द्बारकानाथ अरोरा कालोनी परिसर में रहने वाले गिरीष तलरेजा तथा मोरबाग परिसर में रहने वाली वर्षा विश्वकर्मा (असोरिया) की भी डेंगू संक्रमण के चलते मौत होने की बात सामने आ चुकी है. जिसमें से गिरीष तलरेजा की मुंबई के तथा वर्षा विश्वकर्मा की नागपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई थी. वहीं अब सुनील आवतरामाणी के रुप में डेंगू संक्रमण के चलते तीसरी मौत होने का मामला सामने आया है. हालांकि पहले वाले 2 मामलों की तरह ही स्थानीय मनपा प्रशासन न इसे डेंगू संक्रमण की वजह से हुई मौत मानने से इंकार भी किया है. साथ ही इसे किसी अन्य वायरल फिवर यानि मौसमी बुखार की वजह से हुई मौत बताया है. परंतु इससे पहले वाले 2 मामलों की तरह इस बार भी मनपा प्रशासन में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है. यहीं वजह है कि, सुनील आवतरामाणी की मौत होने का समाचार मिलते ही आज सुबह मनपा प्रशासन द्वारा जाफरजीन प्लॉट परिसर सहित दरोगा प्लॉट स्थित डॉ. बख्तार अस्पताल परिसर में किटनाशक दवाओं की फवारणी व धुवारणी का काम युद्धस्तर पर किया गया.